फरीदाबाद में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की मांग को लेकर जारी आंदोलन को 133 दिन हो गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक ठोस कार्रवाई नहीं होने पर फरीदाबाद रेफर मुक्त संघर्ष समिति का आक्रोश और तेज हो गया है। इसी क्रम में समिति ने सोमवार को मशाल यात्रा निकालकर सरकार को चेतावनी दी कि जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
बीके चौक धरना स्थल से शुरू हुई मशाल यात्रा एक-दो के चौक तक निकाली गई, जिसका नेतृत्व समिति के संयोजक सतीश चोपड़ा ने किया। यात्रा से पहले धरना स्थल पर गुरबाणी पाठ और प्रसाद वितरण भी किया गया। रास्ते में लोगों को समिति की मांगों से अवगत कराने के लिए पंपलेट भी बांटे गए।
सरकार की चुप्पी पर उठे सवाल, जनता से मिला जबरदस्त समर्थन
मशाल यात्रा में शामिल जनसमूह को संबोधित करते हुए संयोजक सतीश चोपड़ा ने कहा कि आंदोलन के 132 दिन बीतने के बाद भी छांयसा मेडिकल कॉलेज में IPD (इन-पेशेंट डिपार्टमेंट) सेवाएं शुरू नहीं की गई हैं। साथ ही फरीदाबाद सिविल अस्पताल को A-ग्रेड ट्रॉमा सेंटर बनाने की मांग पर भी कोई प्रगति नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि धरने के प्रभाव से सरकार ने डॉक्टरों की संख्या जरूर बढ़ाई है, लेकिन यह अस्थायी समाधान है। अस्पतालों को दलालों से मुक्त कराने के लिए एक विशेष अभियान जल्द शुरू किया जाएगा।
शांति और संगठन के साथ बढ़ रहा आंदोलन
सतीश चोपड़ा ने यह भी बताया कि पूर्व रणजी खिलाड़ी संजय भाटिया और उनकी टीम लगातार आंदोलन की रणनीति और संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से जनता के सहयोग से आगे बढ़ रहा है।
समर्थन में उतरे शहर के गणमान्य लोग
मशाल यात्रा में बड़ी संख्या में सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े लोग शामिल हुए। इनमें सरदार उपकार सिंह, अनिल नेताजी, अशोक रावल, संजय सोलंकी, दीपक झा, गुलशन बग्गा, परविंदर राजपाल, एडवोकेट एन पी सिंह, राजेश भाटिया, मॉडल-एक्टर प्रथमजीत सिंह, सुष्मिता भूमिक, सरदार जसविंदर सिंह, ताराचंद गौतम, गौरव चौधरी समेत सैकड़ों आम नागरिक मौजूद रहे।