Faridabad अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का इस बार का आयोजन पर्यटकों के लिए खास अनुभव लेकर आ रहा है। न केवल देश-विदेश के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम बल्कि रोजमर्रा की उपयोगी वस्तुओं की खरीदारी के लिए विशेष स्टॉल भी लगाए जाएंगे। मेले में आने वाले पर्यटक अब खरीदारी और रंगारंग शाम दोनों का आनंद ले सकेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की नई चौपाल
पर्यटन विभाग ने मुख्य चौपाल पर भीड़ और अव्यवस्था से बचने के लिए इस बार दिल्ली गेट के पास एक नई बड़ी चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। शाम के समय यहां दो घंटे तक सूफी संगीत, बॉलीवुड गायन और फैशन शो जैसे रंगारंग कार्यक्रम होंगे। प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
रोजमर्रा की जरूरतों की शॉपिंग
इस बार मेले में हस्तशिल्प के अलावा रोजमर्रा की उपयोगी वस्तुओं के लिए 57 विशेष स्टॉल भी लगाए जाएंगे। इन स्टॉल्स पर पापड़, अचार, शू रैक, बिजली के उपकरण, बच्चों के खिलौने और अन्य जीवनोपयोगी सामान उपलब्ध होगा। ये स्टॉल दिल्ली गेट के पास गेट नंबर 1 और 2 पर लगाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को आसानी से पहुंचने की सुविधा होगी।
ओडिशा बना थीम राज्य
हर साल की तरह इस बार भी सूरजकुंड मेला किसी खास राज्य की संस्कृति को दर्शाने के लिए समर्पित है। 2025 में ओडिशा को थीम राज्य चुना गया है। ओडिशा के कलाकार मेले परिसर को वहां की कला, हस्तशिल्प और संस्कृति के अनुसार सजाने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा बिम्सटेक देशों को सहयोगी देश और पूर्वोत्तर के सात राज्यों को सांस्कृतिक राज्य घोषित किया गया है।
पर्यटकों को मिलेगा डबल मजा
7 फरवरी से 23 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में 2000 से अधिक कलाकार और 1200 से अधिक हस्तशिल्पी अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। पर्यटकों को एक ही स्थान पर कला, संगीत, नृत्य, शॉपिंग और मनोरंजन का अनुभव मिलेगा। इस बार सूरजकुंड मेला सिर्फ कला का संगम नहीं, बल्कि शॉपिंग और सांस्कृतिक अनुभव का ऐसा केंद्र बनेगा जहां हर उम्र और रुचि के लोग अपनी पसंद की चीजें पा सकेंगे।