Haryana में महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए तीन स्तरीय टीम गठित की गई है। जांच में हरियाणा महिला आयोग की टीम के साथ-साथ दो IPS अधिकारी भी शामिल हैं।
फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी यौन शोषण के मुख्य मामले की जांच कर रही हैं। उनके साथ हिसार एसपी दीपक सहारण, सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने और महिला पुलिसकर्मियों को बदनाम करने के आरोपों की जांच कर रहे हैं। इस सिलसिले में जींद के थाना सिविल लाइन में FIR भी दर्ज की गई है।
इस मामले के मुख्य संदिग्ध यूट्यूबर को पकड़ने के लिए हिसार एसपी दीपक सहारण साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स की मदद ले रहे हैं। मामले में अब तक दो FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
IPS अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप, मुख्यमंत्री को पत्र
चार दिन पहले एक जिले में तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने एक IPS अधिकारी पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाकर मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी। इस चिट्ठी पर सात महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर थे, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इसके बाद हरियाणा के DGP ने मामले की जांच के आदेश दिए।
सोशल मीडिया पोस्ट की जांच में ईमेल और IP एड्रेस का पता चला
जांच के दौरान हिसार एसपी ने खुलासा किया कि एक संदिग्ध ईमेल और वाईफाई का प्रयोग किया गया, जो किसी सुनील कुमार के नाम पर दर्ज है। फेसबुक के ‘जींद ब्रेकिंग न्यूज’ पेज पर 27 अक्टूबर 2024 को एक अन्य वायरल पोस्ट की भी जांच हो रही है।
दहेज मामले को रद्द कराने का दबाव
जींद महिला थाना की शिकायत में सामने आया कि 6 अक्टूबर 2023 को एक दहेज का मामला दर्ज हुआ था, जिसे बाद में समझौते के आधार पर 6 दिसंबर 2023 को रद्द कर दिया गया। इस मुद्दे को लेकर मुख्य आरोपी सुनील कुमार ने महिला थाना प्रबंधक पर दबाव बनाना शुरू किया। आरोपी सुनील कुमार अभी फरार है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।