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हरियाणा में प्यार की मिसाल: पत्नी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका पति, दोनों की एक ही चिता पर विदाई

हरियाणा रेवाड़ी

➤रेवाड़ी में बुजुर्ग दंपती की 30 मिनट के अंतराल में मौत, एक ही चिता पर अंतिम संस्कार।
➤पत्नी की मौत का सदमा पति बर्दाश्त न कर सके, चुपचाप कुर्सी पर बैठे-बैठे प्राण त्यागे।
➤ढोल-नगाड़ों और गुब्बारों के साथ भावुक परंपरा में दी गई अंतिम विदाई।

हरियाणा के रेवाड़ी जिले के पिथनवास गांव में एक ऐसी हृदयविदारक और भावनात्मक घटना सामने आई है, जो जीवनभर याद रखी जाएगी। गांव के बुजुर्ग दंपती – दलीप सिंह और उनकी पत्नी सुरजी देवी – का निधन महज 30 मिनट के अंतराल में हुआ और दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। यह घटना न सिर्फ गांव में बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।

बुधवार सुबह, जब बहू सुरजी देवी और दलीप सिंह को चाय देने गई, तो सुरजी देवी ने चाय पीने से मना कर दिया जबकि दलीप सिंह कप लेकर बाहर कुर्सी पर बैठ गए। थोड़ी देर बाद जब बहू दोबारा सुरजी देवी को देखने पहुंची, तो वे चारपाई पर अचेत पड़ी थीं। परिवार वालों को बुलाया गया और गांव के डॉक्टर ने सुरजी देवी को मृत घोषित कर दिया।

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इस बीच जैसे ही यह सूचना दलीप सिंह को दी गई, वह गहरे सदमे में चले गए। वे कुर्सी पर चुपचाप बैठे रहे और कुछ ही देर में उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। बेटियों के आने पर यह पता चला कि पिता भी इस दुनिया में नहीं रहे।

दंपती की उम्रदराज संतुष्ट जीवन की एक खूबसूरत मिसाल यह रही कि उन्होंने अपनी चौथी पीढ़ी का चेहरा भी देखा। दोनों के बेटे और बेटियों ने मिलकर अंतिम विदाई को एक जश्न की तरह मनाया। अर्थी को गुब्बारों से सजाया गया और ढोल-नगाड़ों के साथ शवयात्रा निकाली गई। बेटे फूल सिंह ने कहा, “माता-पिता ने पूरा और प्यार से भरा जीवन जिया, इसलिए हमने भी उन्हें उसी सम्मान और प्रेम से विदाई दी।”

दंपती के तीन पौत्र और चार पड़पौत्र हैं, और पूरे परिवार ने इस अंतिम विदाई को एक प्रेरणास्पद पल में बदल दिया। यह घटना एक सच्चे जीवनसाथी के रिश्ते की गवाही है।