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यमुनानगर में हरिद्वार जा रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी बिजली तार से टकराई, 2 की मौत, 2 गंभीर घायल

हरियाणा यमुनानगर

➤यमुनानगर में डाक कांवड़ ले जा रहे श्रद्धालुओं की पिकअप गाड़ी हाइवोल्टेज तारों की चपेट में आई।

➤हादसे में कुलदीप और हरीश की मौके पर मौत, रिंकू और सुमित गंभीर रूप से घायल।

➤गाड़ी पर तिरपाल के लिए लगाया गया लोहे का पाइप बिजली लाइन से टकराया, जिससे पूरे वाहन में करंट दौड़ गया।

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यमुनानगर (हरियाणा): कांवड़ यात्रा के पावन माह में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। मंगलवार सुबह गुमथला गांव से हरिद्वार जा रहे श्रद्धालुओं की पिकअप गाड़ी अचानक हाइवोल्टेज बिजली तारों की चपेट में आ गई, जिससे 2 कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसे में मृतकों की पहचान कुलदीप और हरीश के रूप में हुई है, जबकि रिंकू और सुमित नामक दो युवक जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। पिकअप गाड़ी में करीब 15 कांवड़िए सवार थे, जो गांव से हरिद्वार जल लेने जा रहे थे।

हादसे का कारण बना तिरपाल में लगा लोहे का पाइप

जानकारी के अनुसार, पिकअप गाड़ी में बारिश से बचने के लिए ऊपर तिरपाल डाली गई थी, जिसे संभालने के लिए लोहे का एक पाइप बीच में लगाया गया था। जब गाड़ी गांव की तंग गलियों से गुजर रही थी, उसी दौरान यह पाइप ऊपर की हाईवोल्टेज लाइन से छू गया, जिससे पूरी गाड़ी में बिजली का तेज करंट फैल गया। हादसा इतना भीषण था कि गाड़ी के तीन टायर फट गए और गाड़ी में बैठे यात्रियों को जोरदार झटका लगा।

ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा, लेकिन करंट से डरते रहे

हादसे के समय आसपास कई ग्रामीण मौजूद थे, लेकिन किसी ने तत्काल गाड़ी में हाथ नहीं लगाया क्योंकि उसमें अभी भी करंट होने की आशंका थी। थोड़ी देर बाद जब यकीन हुआ कि करंट अब नहीं है, तो लोगों ने घायलों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी।

पुलिस व अस्पताल प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

सूचना मिलते ही जठलाना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल यमुनानगर ले जाया गया। डॉक्टरों ने कुलदीप और हरीश को मृत घोषित कर दिया, जबकि रिंकू और सुमित की हालत नाजुक बनी हुई है। 5 से 6 अन्य लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

घर में मातम, बच्चों का भविष्य अधर में

ग्रामीणों के अनुसार, कुलदीप पेशे से राजमिस्त्री थे और चार बच्चों के पिता थे—तीन बेटियां और एक बेटा, जिनकी उम्र 8 से 14 वर्ष के बीच है। वहीं हरीश की पेस्टिसाइड की दुकान थी और वह भी तीन बच्चों के पिता थे। इस हादसे ने इन दोनों परिवारों के भविष्य पर गहरा असर डाला है। गांव में शोक की लहर है और लोग बच्चों की परवरिश को लेकर चिंतित हैं।

पुलिस जांच जारी

मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी रजिंदर सिंह ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और घटना के सभी तकनीकी और प्रशासनिक पहलुओं की जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या बिजली विभाग की लापरवाही भी इस दुर्घटना का कारण बनी।