Haryana में परिवहन विभाग अब पूरी तरह से पुलिस से मुक्त हो गया है। Anil Vij का ऐतिहासिक निर्णय पुलिसकर्मियों को परिवहन विभाग से हटाकर मूल कैडर में भेज दिया। राज्य सरकार ने रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) में तैनात सभी पुलिस कर्मचारियों को उनके मूल कैडर में भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं।
यह आदेश मंगलवार शाम ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सीजी रजनी कंथन की ओर से जारी किया गया। आदेश के तहत, पुलिस के कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) समेत सभी कर्मचारियों को RTA और डिस्ट्रिक्ट ट्रांसपोर्ट ऑफिस (DTO) जैसे विभिन्न कार्यालयों से हटाकर उनके मूल कैडर में भेजा गया है।
परिवहन विभाग में बदलाव के कारण
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के शासनकाल में जब RTA में HCS अफसरों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया, तब विभाग में पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इस दौरान, परिवहन विभाग की जिम्मेदारी वरिष्ठ IPS अफसर शत्रुजीत कपूर के पास थी, जिन्होंने HCS, HPS और अन्य महकमों के क्लास वन अफसरों को RTA में तैनात करने का प्रस्ताव तैयार किया। इसके बाद, मोटर व्हीकल अफसर (MVO) के पदों पर भी पुलिस इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर की तैनाती की गई थी।

अनिल विज का बयान
परिवहन मंत्री अनिल विज ने हाल ही में कहा था कि पुलिस और सिविल अधिकारियों की ट्रेनिंग अलग-अलग होती है, और सिद्धांत यही कहता है कि दोनों को अपने-अपने विभाग में काम करना चाहिए। विज ने यह भी कहा कि कुछ लोग तिकड़म करके सिविल पदों पर आकर बैठ गए हैं, लेकिन वे सिस्टम को नहीं समझते। इसी कारण उन्होंने पत्र लिखकर आदेश दिया कि यह सही नहीं है, और विभाग से पुलिस कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।
IPS अफसर की छुट्टी
अनिल विज के चीफ सेक्रेटरी को लिखे पत्र के बाद, IAS अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट में परिवहन विभाग के प्रधान सचिव IPS अफसर नवदीप सिंह विर्क की छुट्टी कर दी गई थी। उन्हें खेल विभाग की जिम्मेदारी दी गई, जबकि उनके स्थान पर सीनियर IAS अफसर अशोक खेमका को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) के तौर पर नियुक्त किया गया।