हरियाणा के जिला सोनीपत नगर निगम के अंतर्गत पेयजल लाइन बिछाने के मामले में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को जेई और ठेकेदार मिलकर पलीता लगा रहे हैं। सोनीपत नगर निगम के वार्ड नंबर एक के पार्षद ने टेंडर कार्य में गड़बड़ झाला होने के आरोप लगाए हैं।
सोनीपत वार्ड नंबर एक के पार्षद का आरोप है कि नगर निगम के अंतर्गत ठेकेदार द्वारा 14.2 लाख का टेंडर हुआ था। अब ठेकेदार द्वारा पानी की लाइन बिछाने के नाम पर गड़बड़झाला किया गया है। आरोप है कि पानी की लाइन 725 मीटर क्षेत्र में बिछाई जानी थी, जबकि ठेकेदार और अधिकारी ने मिलकर धरातल पर 541 मीटर की ही लाइन बिछाई है। वहीं 184 मीटर क्षेत्र पर काम ही नहीं किया गया, लेकिन मिलीभगत करके पैसा रिलीज कर दिया गया।
आरोप है कि कागजों में 725 मीटर की पूरी लाइन बिछाकर टेंडर का पूरा पैसा रिलीज करवा लिया गया है। ऐसे में सरकार को करीबन 5 लाख रुपये का चूना लगाया गया है। इस संबंध में भाजपा के पार्षद हरिप्रकाश ने मामले की जांच विजिलेंस से करवाने की मांग उठाई है।
भाजपा पार्षद हरिप्रकाश का आरोप है कि ठेकेदार गीता भवन में हार्डवेयर के नाम से अपनी दुकान चला रहा है। उन्होंने मामले को लेकर सोनीपत नगर निगम के कमीश्नर को भी शिकायत दी है। उन्होंने कमीश्नर से जांच करवाने के साथ मामले में कार्रवाई की मांग भी है।
उनका आरोप है कि जेई और ठेकेदार ने मिलीभगत करके सरकार को करीबन 5 लाख का चूना लगाया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जेई और ठेकेदार की ओर से जहां-जहां कार्य करवाए गए हैं, उन कार्यों की जांच अवश्य करवाई जानी चाहिए। वहीं इस मामले को लेकर अधिकारियों ने कैमरे से दूरी बनाए रखी।