पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने वजन के कारण गोल्ड और सिल्वर मेडल की दौड़ से बाहर हुईं Vinesh Phogat का स्वागत अब चैंपियन की तरह नहीं हो सकेगा। इसकी वजह हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर लागू की गई आचार संहिता है।
भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को चुनाव की घोषणा कर दी। इसके चलते आचार संहिता लागू हो गई, जिससे पंचकूला में आज होने वाला विनेश फोगाट का सम्मान समारोह रद्द कर दिया गया है। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
विनेश को मिलने थे 4 करोड़ और नौकरी
विनेश फोगाट के मेडल को लेकर चल रही चर्चा के बीच 9 दिन पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विनेश को 4 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। सीएम सैनी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि भले ही विनेश फोगाट ओलंपिक के फाइनल में न खेल पाई हों, लेकिन वे हमारे लिए चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि विनेश को सिल्वर मेडल विजेता की तरह सम्मानित किया जाएगा।
पुरस्कार राशि की घोषणा
हरियाणा सरकार ने पहले ही घोषणा की थी कि पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को 6 करोड़, सिल्वर मेडल जीतने वाले को 4 करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 2.5 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। विनेश सिल्वर मेडल की दौड़ में थीं, इसलिए उन्हें 4 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी देने का ऐलान हुआ था।
LPU ने भी दिया 25 लाख का पुरस्कार
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने विनेश फोगाट को 25 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। एलपीयू के फाउंडर और राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल ने कहा कि विनेश का समर्पण और कौशल सराहनीय है, इसलिए उन्हें 25 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा।
डिस्क्वालिफिकेशन के बाद अस्पताल में भर्ती
विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 50 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मैच में पहुंची थीं, लेकिन वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसके बाद उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
परिवार और नेताओं का समर्थन
विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने हरियाणा सीएम की घोषणा की सराहना की और इसे एक अच्छी पहल बताया। विनेश की चचेरी बहन और भाजपा नेता बबीता फोगाट ने भी सीएम के कदम को स्वागत योग्य बताया और कहा कि इससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ेगा।