शहर में जलसंकट के बीच कर्मचारियों ने स्काडा जलघर में की शराब पार्टी
नशे में खोल दिए जल आपूर्ति के कनेक्शन, लाखों लीटर पानी सड़क पर बह गया
मामला सामने आने पर लोगों में आक्रोश, प्रशासन ने जांच के दिए आदेश
Hisar water crisis: हरियाणा के हिसार जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जल संकट से जूझ रहे शहर में लाखों लीटर पानी सड़कों पर बेकार बहता नजर आया। यह मामला स्काडा जलघर से जुड़ा है, जहां सोमवार रात पब्लिक हेल्थ विभाग के कर्मचारियों ने शराब पार्टी की। नशे की हालत में उन्होंने जलघर के कनेक्शन खोल दिए, जिससे भारी मात्रा में पानी ओवरफ्लो होकर मेला ग्राउंड सेक्टर से लेकर एयरपोर्ट तक बह गया। यह वही जलघर है जो शहर के 75% हिस्से को पानी सप्लाई करता है।
मंगलवार सुबह जब लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तो जगह-जगह सड़कों पर बहता पानी देखकर चौंक गए। लोग इसकी वजह जानने स्काडा जलघर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि अंदर मेज पर शराब और बीयर की बोतलें, खाने-पीने का सामान और 7 कुर्सियां मौजूद थीं। पूरी रात पार्टी के बाद कर्मचारी वहीं सो गए और जल आपूर्ति का पानी लगातार बहता रहा। इससे जलघर में मौजूद पानी का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया, जबकि शहर के कई इलाकों में अब भी लोग पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं।
स्काडा जलघर, जो कि 80 करोड़ की लागत से वर्ष 2016 में बना था, 49.50 एकड़ में फैला है और इसकी क्षमता 255 मिलियन लीटर है। इससे एक लाख घरों को पानी सप्लाई होता है। यह जलघर एयरपोर्ट से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घटना की गंभीरता इसलिए भी ज्यादा हो जाती है क्योंकि बीते दिनों प्रशासन ने दावा किया था कि जलघरों में 15 दिन का पानी स्टोर किया गया है। वहीं, जल संकट की स्थिति में रोजाना 370 से अधिक टैंकरों के जरिए सप्लाई दी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, यह जलघर 6 दिन की आपूर्ति के लिए 30% तक भरा हुआ था, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण भारी जल बर्बादी हुई। मामले की जानकारी मिलते ही लोगों में आक्रोश है और प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। खुद डीसी अनीश यादव पूरे वाटर सप्लाई सिस्टम की निगरानी कर रहे हैं, ऐसे में यह घटना पूरे विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है।