Haryana मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। तेज धूप के बाद अब घना कोहरा और हल्की बारिश प्रदेश में ठंडक बढ़ाने वाली है। बीते कुछ दिनों से लगातार तापमान बढ़ रहा था, लेकिन अब मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से ठंड लौटने वाली है।

कोहरे का बढ़ता असर
प्रदेश के आठ जिलों—पानीपत, चरखी दादरी, जींद, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, भिवानी, रोहतक और हिसार में घना कोहरा छाने लगा है। कई जगहों पर विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई, जिससे सुबह-सुबह सड़कों पर वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खासकर सोनीपत और हिसार में दृश्यता बेहद कम रही।

बारिश और बर्फबारी के संकेत
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, हरियाणा में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं, जिससे 3 से 5 फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। इस दौरान तेज हवाएं भी चलेंगी। वहीं, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर हरियाणा के तापमान पर भी दिखेगा, जिससे सर्दी फिर से बढ़ सकती है।

किसानों को फायदा
मौसम में हो रहे इस बदलाव से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है। हल्की बारिश गेहूं और सरसों जैसी फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस बारिश से खेतों में नमी बढ़ेगी, जिससे फसल की पैदावार बेहतर हो सकती है।

ठंड का नया दौर शुरू
फिलहाल हरियाणा में दिन का तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, लेकिन 3 फरवरी से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। 5 फरवरी तक सुबह और शाम ठंडी हवाएं चलेंगी, जिससे लोगों को एक बार फिर से गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ सकती है।
संभावित असर:
घना कोहरा यातायात को प्रभावित कर सकता है।
बारिश से सर्दी बढ़ेगी, लेकिन फसलों को फायदा मिलेगा।
विजिबिलिटी कम होने के कारण सुबह-सुबह यात्रा करने वालों को सावधानी बरतनी होगी।
हरियाणा में मौसम का यह बदलाव अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा। इसलिए, ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहें और सफर के दौरान कोहरे से बचने के लिए आवश्यक एहतियात बरतें।