साढ़े सात साल बाद सिरसा स्थित Dera Sacha Sauda हेडक्वार्टर पहुंचे राम रहीम के इस दौरे की बड़ी वजह सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, Ram Rahimडेरे की गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के निपटारे के लिए यहां आया है।
हनीप्रीत को मिल सकती है डेरा की कमान?
सूत्रों का कहना है कि राम रहीम अपनी मुख्य शिष्या और मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को डेरा सौंप सकता है। इसके लिए फाइनेंस और मैनेजमेंट से जुड़े अहम अधिकार भी उसे दिए जा सकते हैं। हालांकि, डेरा मैनेजमेंट अभी इस पर कुछ भी कहने से बच रहा है।
पैरोल के झंझट से बचने के लिए उठाया कदम?
राम रहीम के जेल में होने की वजह से डेरे के बड़े फैसलों में देरी होती है। मैनेजमेंट को कभी पैरोल का इंतजार करना पड़ता है तो कभी जेल में जाकर मुलाकात करनी पड़ती है। ऐसे में डेरे के सुचारू संचालन के लिए हनीप्रीत को पूरी पावर देने की चर्चा जोरों पर है।
परिवार बनाम हनीप्रीत – क्यों हुआ टकराव?
राम रहीम का परिवार पहले ही विदेश जा चुका है। बताया जा रहा है कि परिवार और हनीप्रीत के बीच अनबन के चलते यह फैसला लिया गया। परिवार डेरा मैनेजमेंट पर भरोसा कर रहा था, लेकिन हनीप्रीत के बढ़ते दखल से टकराव बढ़ गया।
नाम बदलकर ‘रुह दी’ रखने का था खास इशारा?
राम रहीम ने अक्टूबर 2022 में हनीप्रीत का नाम बदलकर ‘रुहानी दीदी’ (रुह दी) रखा था। तब ही कयास लगाए जाने लगे थे कि गद्दी सौंपने से पहले राम रहीम उसे नया आध्यात्मिक नाम दे रहा है।