आजकल ऑनलाइन शॉपिंग हमारे जीवन का हिस्सा बन चुकी है। लोग किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसकी फाइव-स्टार रेटिंग और कस्टमर रिव्यू देखकर फैसला लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिन रिव्यू पर आप भरोसा कर रहे हैं, वे असली हैं या फर्जी?
एक रिपोर्ट के अनुसार साइबर सिक्योरिटी कंपनी CloudSEK की रिसर्च में बड़ा खुलासा हुआ है कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बड़े पैमाने पर फेक और पेड रिव्यू घोटाला चल रहा है। इसमें कंपनियां और मार्केटिंग एजेंसियां मिलकर ग्राहकों को भ्रमित करती हैं और उन्हें घटिया प्रोडक्ट भी “बेस्ट-सेलर” जैसा दिखाने में कामयाब हो जाती हैं।
कैसे हो रहा है ग्राहकों के साथ खेल
- पेड रिव्यू की साजिश: कई कंपनियां ग्राहकों को गिफ्ट, कैशबैक और डिस्काउंट का लालच देकर फाइव-स्टार रेटिंग और पॉजिटिव रिव्यू लिखवाती हैं।
- बॉट और फेक अकाउंट्स: हजारों फर्जी अकाउंट्स और बॉट्स का इस्तेमाल कर अचानक हजारों 5-स्टार रिव्यू पोस्ट किए जाते हैं।
- बिना ठोस जानकारी वाले रिव्यू: ‘Amazing product!’, ‘Too Good!’ जैसे छोटे और बिना अनुभव वाले रिव्यू अक्सर फर्जी होते हैं।
- एक ही वक्त में बहुत सारे रिव्यू आना: अगर किसी प्रोडक्ट की रेटिंग अचानक बढ़ जाए, तो समझ जाइए कि कुछ गड़बड़ जरूर है।
कैसे पहचाने फेक रिव्यू और बचें धोखाधड़ी से
हर रिव्यू को ध्यान से पढ़ें: सिर्फ फाइव-स्टार रेटिंग पर भरोसा न करें, बल्कि नेगेटिव रिव्यू भी जरूर देखें।
अचानक बहुत ज्यादा रेटिंग्स बढ़ने पर सतर्क रहें: अगर किसी प्रोडक्ट की रेटिंग एक ही दिन में बहुत ज्यादा बढ़ जाए, तो वह पेड हो सकता है।
संदिग्ध भाषा वाले रिव्यू से बचें: ‘Best product ever!’, ‘Loved it!’ जैसे बिना अनुभव बताए गए रिव्यू पर भरोसा न करें।
प्रामाणिक रिव्यू की तलाश करें: डिटेल में लिखे गए रिव्यू, जहां ग्राहक अपने अनुभव और परेशानी दोनों बताते हैं, वे ज्यादा भरोसेमंद होते हैं।
क्या कर रही हैं ई-कॉमर्स कंपनियां
फेक रिव्यू रोकने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियां AI और मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग कर रही हैं, जो बॉट और पेड रिव्यू को पकड़ने और डिलीट करने का काम कर रही हैं। लेकिन यह समस्या इतनी बड़ी है कि ग्राहकों को भी खुद सतर्क रहने की जरूरत है।
समझदारी से करें ऑनलाइन खरीदारी, वरना हो सकते हैं ठगी के शिकार
फेक रिव्यू का बाजार इतना बड़ा हो चुका है कि अगर आप सावधान नहीं हैं, तो आपका पैसा गलत प्रोडक्ट पर बर्बाद हो सकता है। इसलिए अगली बार जब भी ऑनलाइन शॉपिंग करें, तो हर रिव्यू को ध्यान से पढ़ें, फेक रिव्यू की पहचान करें और सोच-समझकर फैसला लें। सतर्क रहें, स्मार्ट खरीदारी करें।