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Ayurvedic Tips: संजीवनी बूटी से कम नहीं है इस छोटे से पौधे के पत्ते

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Ayurvedic Tips: तुलसी का उपयोग हजारों वर्षों से भारतीय चिकित्सा प्रणाली में किया जाता रहा है। आयुर्वेद में तुलसी को “जड़ी-बूटियों की रानी” माना जाता है। हिन्दू धर्म में तुलसी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और तुलसी के पौधे की स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति के प्रतीक के रूप में पूजा की जाती है।

इसके अलावा तुलसी के पौधे में विटामिन C, विटामिन A, कैल्शियम, मैग्नीशियम, और आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इस आर्टिकल के जरिए आज हम आपको खाली पेट तुलसी खाने के फायदों के बारे में बताएगें।

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पाचन के लिए फायदेमंद

सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है, जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्या नहीं होती। साथ ही ये पेट का पीएच लेवल भी संतुलित रखता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पेट का पीएच 1.0 से 2.5 तक होता है।

हार्ट रहता है हेल्दी

तुलसी के पत्तों के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और बल्ड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है। ऐसे में हार्ट पेशेंट हर रोज 2 से 3 तुलसी पत्तियां रोज सुबह खाली पेट खा सकते हैं।

इम्युनिटी मजबूत होती है

तुलसी के पत्तों में एंटी-माइक्रोबल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं क्योंकि तुलसी के पत्ते खाने से हमें इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है और आप कम बीमार पड़ते हैं।

तनाव कम होता है

आजकल की लाइफस्टाइल में हमें सबसे ज्यादा जरूरत तनाव मुक्त रहने की है। तुलसी के पत्ते खाने से तनाव को कम किया जा सकता है। दरअसल तुलसी के पत्तों में एडेप्टोजेन गुण पाया जाता हैं, जो तनाव कम करने में मदद करता है। साथ ही इससे नर्वस सिस्टम रिलैक्स होता है, जिसके कारण बेचैनी और तनाव कम होता है।

श्वसन स्वास्थ्य होता है बेहतर

तुलसी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं, जो गले की जकड़न को दूर कर खांसी, सर्दी और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं को कम करने में मदद करती हैं। इसके अलावा तुलसी के पत्तों में मौजूद यूजेनॉल नामक तत्व भी श्वसनप्रणाली के लिए फायदेमंद होता है।

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