Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद अब नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। ये नतीजे मंगलवार यानी आज शाम तक आ जाएंगे। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर ईवीएं से वोट गिनने में आखिर कितना समय लगता है। चलिए जान लेते है।
भारत में आम चुनाव 2 महीने चली मतगणना के बाद अब अपने अंतिम पढ़ाव पर आ गया है। कल यानी 4 जून को नतीजों के साथ फिर नई सरकार चुन ली जाएगी। ऐसे में नेताओ सहित आमजन में भी एग्जिट पोल के बाद नतीजों को लेकर बेसब्री से इंतजार है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर ईवीएं से मतगणना करता कौन है और इसके अलावा आखिर एक राउंड की मतगणना कैसे जारी होती है? चलिए जान लेते है।
कितना बड़ा होता है मतगणना का एक राउंड?
मतगणना के दौरान जब 14 ईवीएम में डाले गए मतो की गिनती पूरी हो जाती है तो एक राउंड या एक चक्र की गिनती को पूरा मान लिया जाता है। ऐसे में मतगणना के दिन हर चक्र का नतीजा साथ ही साथ घोषित किया जाता है। जब गणना पूरी हो जाती है तो रिटर्निंग ऑफिसर या आरओ ही लोक प्रतिनिधित्वण अधिनियम01951 की धारा 66 के उपबन्धों के मुताबिक, नतीजे की घोषणा करते है। इसके बाद आरओ की ओर से विजेता प्रत्याशी को जीत का सर्टिफिकेट दिया जाता है।
ऐसे शुरु होती है गिनती
मतगणना तय समय पर शुरु होती है तो सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट की गिनती सीते आरओ की निगरानी में शुरु कर दी जाती है। इनके लिए अलग से टेबल की व्यवस्था होती है और सहायक निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति भी की जाती है।
व्यवस्था के मुताबिक इल्क्ट्रॉनिकली
ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट व पोस्टल बैलेट की गिनती शुरु होने के के आधे घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में डाले गए वोटों की गिनती शुरु हो सकती है। हालांकि इसके लिए जरुरी नहीं है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी हो गई हो, मतगणना के लिए ईवीएम की केवल कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया में बैलेट यूनिट का कोई रोल नहीं होता, यही वजह है कि उनको टेबल पर नहीं रखा जाता है।
ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि एक ईवीएम में पड़े वोटों को गिनने में कितना समय लगता है? बता दें कि ये समय ईवीएम में पड़े वोटों के आधार पर तय होता है। ईवीएम से वोट की काउंटिंग में ज्यादा आधा घंटे का समय लगता है, ऐसे में जब 14 ईवीएम मशीनों की काउंटिंग हो जाती है तो एक राउंड पूरा माना जाता है।