Himachal प्रदेश के हमीरपुर जिले के भोरंज तहसील के गांव बेहड़वी जट्टा में सीमेंट की ईंटें बनाने वाले कारोबारी आशीष धीमान को बिजली बोर्ड ने 2 अरब 10 करोड़ रुपए का बिल भेज दिया, जिससे उनका दिल घबराहट से बैठ गया। पहले उनका बिल महज 4-5 हजार रुपए आता था।
आशीष धीमान ने बताया कि 9 जनवरी को उन्हें जो बिल मिला, वह उनकी समझ से बाहर था। वह तुरंत बिजली बोर्ड के ऑफिस पहुंचे और 5 घंटे के अंदर बोर्ड ने तकनीकी खामी बताते हुए बिल को ठीक कर दिया। इसके बाद उन्हें केवल 4047 रुपए का बिल भेजा गया। बिजली बोर्ड भोरंज के सहायक अभियंता अनुराग चंदेल ने बताया कि यह बिल तकनीकी कारणों के चलते आया था। शिकायत मिलने के बाद उसे दुरुस्त कर लिया गया है।
बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन लोगों से बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील की थी, जो इसे अफोर्ड कर सकते हैं। इस अपील के बाद 200 लोग पहले ही सब्सिडी छोड़ चुके हैं और उन्होंने बिजली बोर्ड को फॉर्म भी दिए हैं।

125 यूनिट मुफ्त
हिमाचल प्रदेश में 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है, जिसके चलते बिजली बोर्ड की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने उन सभी लोगों से आग्रह किया है जो बिल भर सकते हैं, ताकि सब्सिडी छोड़ी जाए और बिजली बोर्ड को राहत मिल सके।