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🌹 दिनांक : 1 जनवरी 2024🌷
🌹 दिन – सोमवार🌷
🌹 विक्रम संवत – 2080🌷
🌹 शक संवत – 1945🌷
🌹 अयन – दक्षिणायन🌷
🌹 ऋतु – शरद🌷
🌹 मास – अश्विन🌷
🌹 तिथि – पंचमी🌷
🌹 नक्षत्र – मघा🌷
🌹 अमान्ता महीना – भाद्रपद🌷
🌹 योग – आयुष्मान🌷
🌹 सूर्योदय – सुबह 7:22 पर🌷
🌹 सूर्यास्त – शाम 5:29 पर🌷
🌹 प्रथम करण – तैतिल🌷
🌹 द्वितीय करण – गारा🌷
🌹 दिशाशूल- उत्तर🌷
🌹 चंद्रराशि – सिंह🌷
🌹 सूर्यराशि – धनु🌷
🌹 शुभमुहूर्त – अभिजीत🌷
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🍇पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
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🍇नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
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🍇योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
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🍇करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
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🍇पंचांग क्या है :
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
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🍇दैनिक पंचांग और उसका महत्व
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
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🍇राशिफल :
🎍मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
धन की प्राप्ति की अच्छी उम्मीद है। कुछ शारीरिक कष्ट आपको हो सकते हैं। इसके प्रति आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए। चर्म रोग संबंधी कोई बीमारी भी आपको हो सकती है। इस सप्ताह कचहरी के कार्यों में आपको सफलता मिल भी सकती है। भाई बहनों के साथ आपका संबंध थोड़ा खराब होगा। सुख में कमी आएगी। जनता में आपके प्रसिद्धि में कमी आएगी। इस समय आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं।
🎍वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आपके खर्चे में बढ़ोतरी होगी। खर्च की बढ़ोतरी अप्रैल माह तक लगातार चलेंगी। धन आने की गति पुरानी ही रहेगी। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। आपके सुख में कमी आएगी। माता जी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आपके जीवन साथी को कष्ट हो सकता है। आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। छोटे-मोटे एक्सीडेंट से आप बच जाएंगे। आपको अपने संतान से सुख प्राप्त होगा। आप काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। ऐसा करने से बेहद लाभ मिलेगा।
मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
मिथुन राशि की जातकों के स्वयं का, उनके जीवनसाथी का और उनके माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। पिताजी के स्वास्थ्य में थोड़ी परेशानी आ सकती है। भाग्य इस सप्ताह आपका कई बार एकाएक साथ देगा। धन आने की मात्रा बढ़ेगी। आपके जीवनसाथी के लिए सप्ताह काफी अच्छा रहेगा। आपके शत्रु आपके लिए कष्टकारी हो सकते हैं। आपको अपने संतान से किसी प्रकार का कोई मदद नहीं मिल पाएगी। भाई बहनों के साथ आपके संबंध ठीक रहेंगे। आप प्रतिदिन गरीबों के बीच में चावल का दान दें। शुक्रवार को यह कार्य मंदिर में जाकर ही करें।
🎍कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)
कर्क राशि के जातकों का, उनके जीवनसाथी का और उनके माता-पिता का सभी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कार्यालय में उनकी स्थिति अच्छी रहेगी। भाग्य से इनको मदद नहीं मिलेगी, परंतु परिश्रम से आप हर कार्य कर सकते हैं। इनको अपने संतान से सहयोग बहुत कम प्राप्त हो पाएगा। भाई बहनों के साथ संबंध थोड़े तनावपूर्ण हो सकते हैं। अगर आप परिश्रम करें तो आप अपने शत्रुओं को समाप्त भी कर सकते हैं। शत्रुओं को समाप्त करने के लिए इतना अच्छा अवसर सालों बाद मिलता है। आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें।
🎍सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपके जीवनसाथी का भी साथ उत्तम रहेगा। माता जी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है। जनता में आपकी प्रसिद्ध में कमी आएगी। आपकी प्रतिष्ठा में गिरावट होगी। आपको अपनी संतान से उत्तम सहयोग मिलेगा। अच्छे धन की प्राप्ति भी हो सकती है। भाग्य आपका साथ थोड़ा कम देगा। माता जी की तबीयत अगर खराब होगी तो वह ठीक होने लगेगी। आप गणेश अथर्वशीर्ष इसका प्रतिदिन पाठ करें।
🎍कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आप सुख संबंधी कोई सामग्री खरीद सकेंगे। भाई बहनों से संबंध तनावपूर्ण रहेगा। आपके शत्रु शांत रहेंगे। बच्चों से आपका संबंध सामान्य रहेगा। कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक रहेगी। धन प्राप्ति में कमी हो सकती है। आपके जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाग्य से आपको मामूली मदद मिलेगी। आपका अपने भाइयों बहनों के साथ कुछ ज्यादा तनाव हो सकता है। आपको चाहिए कि आप शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर पुजारी जी को सफेद वस्त्र का दान दें। ऐसा करने से लाभ में वृद्धि होगी।
🎍तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)
आपका अपने भाई बहनों के साथ स्नेहा बढ़ेगा। धन आने के संयोग भी बनेंगे। भाग्य आपका मामूली साथ देगा। आपका अपने संतान से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। संतान की उन्नति भी हो सकती है। आपके शत्रु शांत रहेंगे परंतु समाप्त नहीं हो पाएंगे। कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। आपके माता-पिता जी का, आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपको पेट में पीड़ा हो सकती है। आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा का कम से कम तीन बार पाठ करें। मंगलवार को व्रत रखकर हनुमान जी के मंदिर में जाएं और वहां पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
🎍वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)
धन को प्राप्त करने के लिए आपको परिश्रम करना चाहिए। धन प्राप्त करने की का जब भी योग बने आपको उस समय का तत्काल फायदा उठाना चाहिए। जनता में आपके प्रसिद्ध और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपको अपनी संतान से कोई सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। पिताजी के स्वास्थ्य में दिक्कत आ सकती है। अगर आप कर्मचारी अधिकारी हैं तो कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। आपका स्वास्थ्य भी थोड़ा खराब हो सकता है। जिन जातकों का अभी तक विवाह नहीं हुआ है उनके विवाह के प्रस्ताव भी आएंगे।
🎍धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)
आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। माता जी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है। भाई बहनों के साथ संबंध ठीक रहेगा। पुत्र आपकी पूरी तरह से मदद करेगा। छोटे-मोटे दुर्घटना का योग है। दुर्घटना से बचाव के समस्त नियमों का पालन करें। भाग्य से आपको कोई विशेष मदद नहीं मिलेगी। कृपया संभाल कर कार्य करें। आपको चाहिए कि आप भगवान शिव का प्रतिदिन अभिषेक करें।
🎍मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
आपको कचहरी के कार्यों में सफलता मिलने का अच्छा योग हैं। आप इस सप्ताह लंबी यात्रा कर सकते हैं। आपका भाग्य सामान्य रहेगा। धन आने का योग है, परंतु यह धन तत्काल खर्च भी हो जाएगा। आपके खर्चों में वृद्धि भी होगी। भाई बहनों के साथ संबंध अत्यंत खराब हो सकते हैं, अतः कृपया संबंधों को खराब करने से बचें। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप रुद्राष्टक का प्रतिदिन पाठ करें।
🎍कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)
आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है। अगर आप अधिकारी या कर्मचारी हैं तो आपको इस सप्ताह संभल कर कार्य करना चाहिए। किसी व्यर्थ के बाद विवाद में नहीं फंसना चाहिए। अपनी वाणी पर आपको अधिकतम कंट्रोल करना चाहिए। इस सप्ताह आपके पास धन आने का अच्छा योग है। भाई बहनों के साथ संबंध बहुत अच्छे रहेंगे। आपको चाहिए कि आप शिव पंचाक्षरी मंत्र का प्रतिदिन जाप करें।
🎍मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)
आपके पास धन आने का योग है। कचहरी के कार्यों में प्रगति हो सकती है। अगर आप अधिकारी या कर्मचारी हैं तो आपके लिए यह सप्ताह अति उत्तम है। भाग्य आपका साथ दे सकता है। आपका या आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब रहेगा। पिताजी और माताजी दोनों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें।
🎍(पं. दाऊजी महाराज, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य एवं श्री अवध धाम मंदिर संस्थापक पानीपत) 🎍
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