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🌹 दिनांक : 29 फरवरी 2024🌷
🌹 दिन – वीरवार🌷
🌹 विक्रम संवत – 2080🌷
🌹 शक संवत – 1945🌷
🌹 अयन – उत्तरायन🌷
🌹 ऋतु – शिशिर🌷
🌹 मास – फाल्गुन🌷
🌹 तिथि – पंचमी🌷
🌹 नक्षत्र – चित्रा🌷
🌹 अमान्ता महीना – माघ🌷
🌹 योग – वृद्धि🌷
🌹 सूर्योदय – सुबह 6:53 पर🌷
🌹 सूर्यास्त – शाम 6:28 पर🌷
🌹 प्रथम करण – कौलव🌷
🌹 द्वितीय करण – तैतिल🌷
🌹 दिशाशूल- दक्षिण🌷
🌹 चंद्रराशि – तुला🌷
🌹 सूर्यराशि – कुंभ🌷
🌹 शुभमुहूर्त – अभिजीत🌷
🌹 राहुकाल – (दोपहर 2:05 से 3:31 तक)
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🍇पंचांग की जरूरत :
पंचांग का उपयोग मुख्यत्वे, काल गणना, तिथि वार, व्रत, शुभ मुहूर्त, देखने के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है. ज्योतिष गाइड के दैनिक पंचांग में नक्षत्र, योग, करन सहित, शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त, चंद्र बल, तारा बल पंचांग में आसानीसे उपलब्ध है। पंचांग का निर्धारण, ब्रम्हांड की गति पर निर्भर है. इसलिए जैसे जैसे पृथ्वी भ्रमण करती है, पंचांग समय क्षेत्र के अनुसार बदलता दिखाई देता है. इसलिए एक ही पंचांग अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग अलग हो सकता है, इसलिए सही पंचांग का समय निर्धारण के लिए, क्षेत्र को चुनना अति महत्वपूर्ण है।
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🍇नक्षत्र :
आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम- अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।
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🍇योग :
नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम – विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।
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🍇करण :
एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।
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🍇पंचांग क्या है :
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
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🍇दैनिक पंचांग और उसका महत्व
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
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🍇राशिफल :

🎍मेष राशि : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

सुख साधनों पर आज अतिरिक्त खर्च कर सकते हैं। माता-पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। आज का दिन आपके लिए उत्साह का रहने वाला हैं। आत्मविश्वास बना रहेगा और नौकरी में अफसरों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। यात्रा का योग नहीं बन रहा हैं।
उपाय : बेसन से बनी मीट्ठी चीजों का गाय को भोग लगाएं।

🎍वृष राशि : (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

क्रोध बढ़ सकता हैं, पति-पत्नी में अनबन हो सकती है। जिसके कारण किसी हानि का सामना करना पड़ सकता हैं, व्यर्थ का तनाव बना रहेगा। कहीं यात्रा का योग बन रहे है। स्वभाव मिला-जुला रहने वाला हैं। अपनी वाणी में कठोरता रहेगी और भावनाओं को नियंत्रण में रखें।
उपाय : तीन हल्दी की गांठ मां दुर्गा जी को चढाएं और ओम दुम दुर्गाय नमः का जाप करें।

मिथुन राशि : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

व्यर्थ के तनाव से दूर रहने का प्रयास करें। सौंदर्य सामग्री पर खर्च होने वाला हैं। आत्मविश्वास पूर्ण बना रहेगा। संतान की ओर से सुखद समाचार प्राप्त होगा। मित्रों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। कारोबार के लिए आज का दिन मिला-जुला रहने वाला हैं।
उपाय : गाय को चारा खिलाना अति लाभदायक रहेगा।

🎍कर्क राशि : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डु, डे, डो)

यात्रा पर बाहर जाना ठीक रहेगा, इसलिए उसे स्थगित न करें। नौकरी वाले व्यक्ति अफसरों से पूर्ण सहयोग मिलने के योग हैं। मन शांत रहेगा और कारोबार में आज किसी प्रकार की परेशानी के योग नहीं बनेंगे। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा, स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
उपाय : दिव्यांग बच्चों को सफेद रंग की मिठाई और दूध का दान करें।

🎍सिंह राशि : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

संयम रखें और मानसिक रूप से कोई परेशानी तंग कर सकती हैं। कारोबार में लाभ होने के संकेत है। मेहनत अधिक रहने वाली हैं और लाभ कम रहेगा। व्यर्थ की दौडधूप अधिक रहने वाली हैं। परिवार में किसी प्रकार के कलह की स्थिति बन रही हैं।
उपाय : बेसन के लड्डू गाय को खिलाएं और 13 हल्दी की गांठ नहर में प्रवाहित करें।

🎍कन्या राशि : (ढो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

नौकरी और कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे है। परिवार और माता-पिता से धन की प्राप्ति के योग हैं। आज का दिन मिला-जुला रहने वाला हैं। हास्य की स्थिति में सारा दिन व्यतीत होगा। स्वास्थ्य में किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी।
उपाय : भगवान विष्णु का पूजन करें और केले के पेड़ पर चने की दाल चढाएं।

🎍तुला राशि : (र, री, रू, रे, रो, ता, ति, तू, ते)

भवन या किसी निर्माण कार्य में खर्च होने की संभावना है। नौकरी में तरक्की मिलने वाली हैं। आत्मविश्वास भरपूर रहने वाला हैं। माता-पिता की तरफ से स्वास्थ्य में चिंता बनी रहने वाली हैं। आत्मसंयत रहे, क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें।
उपाय : अपने गुरू को वस्त्र दान करें और पीली मिठाई सर्व कराएं।

🎍वृश्चिक राशि : (तो, न, नी, नू, ने, नो, या, यि, यू)

लाभ कम और खर्च अधिक रहेगा। रहन-सहन अव्यवस्थित हो सकता हैं। मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास की कमी रहेगी। क्रोध से बचें, मन में निराशा एवं असंतोष के भाव बने रहेंगे, लेकिन आवश्यकता अनुसार आय के साधन भी बने रहेंगे।
उपाय : गाय को बेसन के लड्डू खिलाएं।

🎍धनु राशि : (य, यो, भा, भि, भू, ध, फा, ढ, भे)

नौकरी एवं कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग हैं। रहन-सहन कष्टमय रहेगा। मानसिक शांति बनी रहेगी। कला एवं संगीत की रूचि बढ़ेगी। नौकरी में इच्छा के विरूद्ध कोई जिम्मेदारी आपकों प्राप्त हो सकती है। क्रोध से बचें, बातचीत में संतुलन बनाए रखें।
उपाय : गाय को पीली वस्तुएं सर्व कराएं।

🎍मकर राशि : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

आय में वृद्धि के साधन बने रहेंगे। मित्रों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। अतिउत्साह न करे, नुकसान दायक रह सकता हैं। आलस्य बना रहेगा। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यर्थ का खर्च बढने का योग है और अनावश्यक तनाव बना रहेगा। गुजारे लायक आय के साधन बने रहेंगे। परिवार का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय : भगवान विष्णु की पूजा करें।

🎍कुम्भ राशि : (गू, गे, गो, स, सी, सू, से, सो, द)

यात्रा के योग बन रहे हैं। यात्रा शुभफलदायी होगी। आत्मविश्वास बना रहने वाला है। आय कम खर्च अधिक रहने वाला है। किसी की भी जिम्मेदारी न लें, अन्यथा परेशानियों का सामना करना पड सकता है।
उपाय : दिव्यांगों को पीली मिठाई सर्व कराएं।

🎍मीन राशि : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, च, ची)

आत्मविश्वास की कमी रहने वाली है। क्रोध के अतिरेक से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक हैं। कार्य क्षेत्र में किसी प्रकार की परेशानी आ सकती हैं। परिवार में भी किसी प्रकार की समस्या का योग बन रहा है, इसलिए सचेत रहे और व्यर्थ के खर्च पर लगाम लगाएं।
उपाय : भगवान विष्णु की पूजा और गउशाला की मिट्टी एवं चंदन मिलाकर मस्तक पर लगाएं।

🎍(आचार्य महेश भारद्वाज, वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य श्री सिद्ध बालाजी शनिधाम मंदिर, न्यू विजय नगर भोला चौक, पानीपत)(मो. 90533-66806) 🎍 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏