जनवरी के बाद उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में तापमान लगातार बढ़ रहा था, लेकिन अब मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। फरवरी के पहले सप्ताह तक मौसम शुष्क बना रहा, लेकिन मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट चौंकाने वाली है।
आने वाली है तबाही? दो पश्चिमी विक्षोभ होंगे सक्रिय!
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाले हैं, जिनका असर इस हफ्ते के अंत तक दिखाई देगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 6 से 7 दिनों तक आंधी, बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रह सकता है। इसका सबसे बड़ा प्रभाव जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में देखने को मिलेगा। हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है, जबकि उत्तराखंड में भी कुछ इलाकों में इसका असर दिख सकता है।
भारी बारिश और आंधी की चेतावनी
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण राजस्थान और पूर्वी बांग्लादेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन चुका है। इससे अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में तेज आंधी और बिजली कड़कने के साथ भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है और नुकसान की भी आशंका है।
उत्तर भारत में ठंड लौटेगी?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 2-3 दिनों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में एक बार फिर ठंडक बढ़ सकती है।
यूपी, बिहार और झारखंड में फिर सर्दी का कहर?
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी देखने को मिलेगा। आगरा, मथुरा समेत कई इलाकों में ठंड फिर से बढ़ सकती है। वहीं, बिहार और झारखंड में भी तापमान गिरने के आसार हैं। कई इलाकों में घना कोहरा छाने के साथ शीतलहर चल सकती है।
हरियाणा में शीतलहर की एंट्री
पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के साथ Haryana में सर्दी का जोरदार आगमन हो चुका है। मौसम में आए इस बदलाव से अब ठिठुरन बढ़ने की संभावना है और सर्दी का असर दिन-प्रतिदिन गहराता जाएगा। बर्फीली हवाओं के कारण हवा में नमी बढ़ सकती है, जिससे कोहरे का लौटना भी तय है।
8 और 9 फरवरी को प्रदेश में बारिश और बादल छाने की संभावना है, जिससे दिन का तापमान गिर सकता है।
क्या यह ठंडी हवा 12 फरवरी तक राहत देगी, या फिर शीतलहर की चपेट में प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र होंगे? एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके असर से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 8 से 12 फरवरी तक बर्फबारी और बारिश हो सकती है, जिसका असर हरियाणा पर भी पड़ने वाला है।
क्या होगा तापमान का हाल?
सोनीपत में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री, करनाल में 7.2 डिग्री, और हिसार में 7.4 डिग्री तक गिर चुका है। यह तापमान सामान्य से नीचे जा चुका है। ऐसे में प्रदेशवासियों को सर्दी से राहत पाने के लिए इंतजार करना होगा।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, 10 से 12 फरवरी तक उत्तरी और उत्तर पश्चिमी हवाएं एक बार फिर से तापमान को गिरा सकती हैं। और क्या ठंडी हवाओं के बीच धुंध का लौटना तय है?