➤ दलाई लामा ने जताई लंबी उम्र की आशा, कहा – सेवा करना चाहता हूं आगे भी
➤ उत्तराधिकारी को लेकर जारी अटकलों पर बोले – कोई चिंता नहीं, समय आने पर तय होगा
➤ तिब्बती नेता का बयान ऐसे समय आया जब चीन उत्तराधिकार पर राजनीतिक प्रभाव डालना चाहता है
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने अपने जन्मदिन पर कहा है कि वह आगे 30 से 40 साल और जीवित रहना चाहते हैं ताकि दुनिया और मानवता की सेवा करते रहें। उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब उनकी उत्तराधिकारी की प्रक्रिया को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।

88 वर्षीय दलाई लामा, जो लंबे समय से भारत में निर्वासन में रह रहे हैं, ने स्पष्ट किया कि वह स्वस्थ हैं और उन्हें कोई चिंता नहीं है कि उत्तराधिकारी कौन होगा। उन्होंने कहा कि समय आने पर सब तय हो जाएगा।

यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन लगातार प्रयास कर रहा है कि अगला दलाई लामा बीजिंग की मंजूरी से घोषित हो। भारत और कई तिब्बती संगठनों ने चीन के इस हस्तक्षेप को खारिज किया है।

दलाई लामा का यह संदेश दुनियाभर में उनके अनुयायियों के लिए आश्वासन है कि वे अभी लंबे समय तक मार्गदर्शन देते रहेंगे और किसी भी तरह की जल्दबाजी की जरूरत नहीं है।