Kisan Andolan 2 Live Updates : केंद्र सरकार से बैठक में वार्ता के बाद किसानों ने आज दिल्ली कूच का आह्वान किया है। किसानों का दिल्ली कूच करने की घोषणा के तहत संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता और सदस्य बुधवार सुबह से ही हरियाणा-पंजाब सीमा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रणनीति बनाने में जुट गए। वहीं किसानों की ओर से कंक्रीट व भारी-भरकम बैरिकेड तोड़ने के लिए कई बंदोबस्त किए गए हैं। साथ ही हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से मशीने हटाने को कहा है।
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा के कई किसान संगठन मंगलवार सुबह से ही शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रणनीति बनाने में जुट गए थे। बॉर्डर पर जेसीबी और पोकलेन मशीनें भी लाई गई हैं। जिससे पुलिस द्वारा लगाए गए पत्थरों और बैरिकेड को इन मशीनों और पोकलेन से हटाकर किसान दिल्ली की तरफ कूच कर सकें। बता दें एसकेएम के नेतृत्व में 22 फरवरी को किसानों के करीब 500 संगठन दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए मंथन करेंगे।

बता दें कि शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच को लेकर सरगर्मियां पूरी तेज हो गई है। सुबह 7 बजे तक बॉर्डर पर शांति थी, लेकिन जैसे-जैसे समय 11 बजे की तरफ बढ़ रहा है, वैसे-वैसे सरगर्मियां भी तेज हो रही है। बड़ी संख्या में युवा शंभू बॉर्डर पहुंच चुके हैं और दिल्ली कूच की तैयारी में जुटे हैं।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केंद्र सरकार से किसानों को शांतिपूर्वक दिल्ली जाने देने की अपील की। साथ ही उन्होंने शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसानों को अपना बचाव स्वयं करने का आह्वान किया है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि आज मां का एक-एक बेटा आगे बढ़कर खून की होली खेलने के लिए तैयार है। सरकार ने किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया तो हर मां का हर बेटा खून की होली खेलेगा। किसान बॉर्डर पर एकजुट हो चुके हैं, जल्द ही दिल्ली की तरफ कूच होगा। पंढेर ने कहा कि किसानों को शांतिपूर्वक दिल्ली जानें दें। सरकार किसानों पर अत्याचार करने का काम न करें।

वहीं प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि आज पंजाब में किसान सारे टॉल फ्री कराएंगे। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का कहना है कि हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है। किसानों की ओर से 7 नवंबर 2023 को ही दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम बनाया गया था। अब सरकार अगर यह कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका साफ मतलब है कि वह हमें नजरअंदाज करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें रोकने के लिए बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं।


	