भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह और उनकी पत्नी चित्रा सिंह का अलवर में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर बड़ा सड़क हादसा होने का मामला सामने आया है। हादसे में जसवंत सिंह की बहू चित्रा सिंह की मौत हो गई है। वहीं पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह और उनके बेटे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दोनों पिता-पुत्र का इलाज अस्पताल में चल रहा है। हादसे के वक्त उनका बेटा भी कार में मौजूद था। हादसे को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। हादसे में पूर्व सांसद की गाड़ी का बोनट और विंड स्क्रीन चकनाचूर हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हादसा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर हुआ। उस दौरान पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह और उनका परिवार दिल्ली से जयपुर की ओर जा रहा था। तभी कार अनियंत्रित होकर हाईवे के किनारे पुलिया की दीवार से टकरा गई। हादसे में क्षतिग्रस्त कार की हालत तस्वीरों में देखी जा सकती है। हादसे का शिकार हुई ग्रे कलर की कार का बोनट और अगला शीशा (विंड स्क्रीन) बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हादसे के वक्त कार में 4 लोग सवार थे। मानवेंद्र कार चला रहे थे, जबकि चित्रा सिंह (उनकी पत्नी) उनके बगल वाली सीट पर बैठी थीं। इस दौरान उनका बेटा हमीर सिंह और कार ड्राइवर पिछली सीट पर बैठे थे।

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने मानवेंद्र और चित्रा सिंह सहित सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मानवेंद्र सिंह की पत्नी को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर यह सड़क हादसा मंगलवार शाम अलवर के नौगांवा (हरियाणा बॉर्डर) के पास खूशपुरी में हुआ। हादसे में बाड़मेर के पूर्व सांसद मानवेंद्र की पत्नी चित्रा सिंह की मौत हो गई।

मानवेंद्र सिंह के अलावा उनका बेटा हमीर सिंह भी घायल हो गया है। हमीर सिंह को शरीर में कई जगहों पर चोटें आई हैं। उनके नाक और चेहरे पर चोट लगी हैं। दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घायलों को अलवर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी और बेटे के साथ दिल्ली से जयपुर आ रहे थे। हालांकि हादसे की वजह क्या रही वो अभी साफ नहीं है।

जानिए मानवेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर
कांग्रेस नेता मानवेंद्र सिंह राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर वर्ष 2004 में सांसद चुने गए थे। उनके पिता दिवंगत जसवंत सिंह भाजपा के संस्थापकों में शामिल रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जसवंत सिंह को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनका वर्ष 2020 में निधन हो गया। पहली एनडीए सरकार में जसवंत ने कई मंत्रालय संभाले। राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में जसवंत सिंह परिवार का खासा प्रभाव माना जाता है। जसवंत सिंह विदेश और वित्त मंत्री रहे हैं।
वहीं मंत्री के बेटे मानवेंद्र सिंह राजनीति में आने से पहले सेना में थे और कर्नल रहे। इसके बाद वर्ष 2004 में बाड़मेर-जैसलमेर सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए। वर्ष 2013 के चुनाव में शिव विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए थे, लेकिन वर्ष 2014 में पिता जसवंत सिंह के संसदीय क्षेत्र में भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने को लेकर पार्टी से निकाल दिए गए थे।

इसके बाद वर्ष 2018 के चुनाव से पहले मानवेंद्र अपनी पत्नी चित्रा के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया था। वह वर्ष 2018 में झालरपाटन से वसुंधरा राजे के खिलाफ मैदान में उतरे, लेकिन चुनाव हार गए थे। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में वह बाड़मेर के सिवाना सीट से मैदान में उतरे, लेकिन जीत दर्ज नहीं करा पाए। हालांकि अब उनकी फिर से घर वापसी के कयास लगाए जा रहे थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हाथ के निशान की जगह पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और पिता जसवंत सिंह की साथ की फोटो लगा दी है। वहीं प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार उन्हें फिर से पार्टी में लाने की कोशिश में लगी हुई है।