Himanshu Bhau : हरियाणा का एक गैंगस्टर दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। हाल ही में पश्चिमी दिल्ली के एक कार शोरूम में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद सवाल भी खड़े होने लगे हैं। बता दें कि अभी तक यहां होने वाले अपराधों में दिल्ली के लोकल गैंगस्टरों का नाम आता था। धीरे-धीरे बिश्नोई गैंग के बाद अब पुर्तगाल में बैठे गैंगस्टर हिमांशु उर्भ भाऊ का नाम लगातार सामने आ रहा है। पुलिस की मानें तो तिलकनगर के शोरूम में ताबड़तोड़ फायरिंग मामले में भाऊ की भूमिका दिख रही है। जानिए कौन है हिमांशु भाऊ?
गौरतलब है कि सोमवार शाम दिल्ली के जिस शोरूम के बाहर दो लोगों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी, उस घटना में एक भाजपा नेता सहित 6 अन्य घायल हो गए थे। पुलिस का कहना है कि यह रंगदारी यानि जबरन पैसों की वसूली का मामला था। पुलिस को शक है कि इस वारदात में पुर्तगाल स्थित गैंगस्टर का हाथ है। हालांकि इसी वारदात के सिलसिले में पुलिस तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टरों नीरज बवाना और नवीन बाली से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि मामले के तार गैंगस्टर हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े हो सकते हैं। भाऊ खुद बवाना-बाली-बंबीहा गैंग का हिस्सा है। भाऊ फिलहाल पुर्तगाल से अपना सिंडिकेट चला रहा है। हालांकि अभी तक गोली चलाने वालों की भी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने फायरिंग के बाद सुरक्षा गार्ड के पास एक नोट छोड़ा था। जिसमें गैंगस्टर बाली और बवाना के साथ भाऊ का नाम लिखा था। अब दिल्ली पुलिस के अधिकारी तिहाड़ जेल में बंद दोनों गैंगस्टरों से पूछताछ कर रहे हैं।

बताया जाता है कि हिमांशु भाऊ रोहतक के गांव रिटौली गांव का निवासी है। उसके द्वारा किए गए पहले अपराधों में से एक प्रतिद्वंद्वी की हत्या का प्रयास करने का मामला था। वर्ष 2020 में जब पुलिस ने उसे इस मामले में पकड़ा, तब उसकी उम्र 18 साल से कुछ महीने कम थी। तब उसे हिसार के बाल सुधार गृह में भेज दिया गया था, लेकिन वह वहां से कुछ ही हफ्तों में वह भाग गया और फिर से अपराध करने लगा। कुछ ही समय बाद भाऊ झज्जर और रोहतक में दर्ज कम से कम 17 एफआईआर में वॉन्टेड हो गया। इनमें से ज्यादातर मामले हत्या, जबरन वसूली और हत्या के प्रयास से जुड़े थे। वर्ष 2022 में पुलिस को लगा कि भाऊ अब उनके जी का जंजाल बनने वाला है। इसी बात को ध्यान में रख उस पर शिकंजा कसना शुरू किया जाने लगा। भाऊ ने कथित तौर पर 3, 7 और 28 मार्च को हत्याओं को अंजाम दिया। जिससे पुलिस तुरंत हरकत में आ गई।

बताया जाता है कि पुलिस ने हिमांशु भाऊ और उसके कथित सहयोगियों व ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापे मारे। जब भाऊ को मालूम हुआ कि पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही है और उसके अपराधों के बारे में जानती है तो वह जाली दस्तावेजों के सहारे पासपोर्ट बनाने में सफल रहा। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी होने से पहले ही वह देश से भाग गया। वह कथित तौर पर 2022 के अंत में दुबई और फिर पुर्तगाल भाग गया। हालांकि वर्ष 2023 में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने भाऊ और उसके सिंडिकेट पर कड़ी कार्रवाई की। पिछले साल अप्रैल में हरियाणा पुलिस ने सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल से संपर्क किया और उसके खिलाफ रेड नोटिस जारी करवाया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के जासूसों ने 500 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर रोहतक और दिल्ली के बीच लगभग 50 स्थानों पर छापेमारी की।

बता दें कि हरियाणा का मूल गैंगस्टर हिमांशु भाऊ दिल्ली-एनसीआर की अंडरवर्ल्ड दुनिया में अपनी अलग पैठ बना चुका है। दिसंबर 2023 में भाऊ के गुर्गों ने द्वारका में एक बिल्डर के दफ्तर पर कथित तौर पर 40 राउंड से ज्यादा गोलियां चलाई थीं, जो 2023 की सबसे बड़ी जबरन वसूली से जुड़ी घटना थी। इस साल मार्च में भाऊ के गुर्गों ने दिल्ली और सोनीपत के बीच स्थित गुलशन ढाबा में शराब कारोबारी सुंदर मलिक पर 35-40 राउंड गोलियां चलाई थी। सीसीटीवी में कैद हुई इस वारदात को देख सोशल मीडिया पर कई लोगों ने गुस्सा जाहिर किया। अपराध की दुनिया में बेहद कम समय में हिमांशु ने अलग मुकाम बना लिया, जबकि इस दुनिया में आए हुए अभी भाऊ को पांच साल भी पूरे नहीं हुए। इसके बावजूद उसके कथित अपराधों की लिस्ट काफी लंबी है।