एक समय पर आईएएस राहुल मोदी अपने नाम और रैंक के कारण बहुत चर्चा में आये थे। एक बार फिर वह चर्चा में आ रहे है और इस बार कारण है कि वह अब हरियाणा कैडर में शामिल हो गए हैं। आपको बता दें वह न तो हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) से और न ही गैर राज्य सिविल सेवा (नॉन एससीएस) कोटे से आईएएस में प्रमोशन या चयन हुआ है।
बता दें कि अपने नाम और रैंक के लिए फेमस हुए आईएएस राहुल मोदी अब हरियाणा कैडर में शामिल हो गए हैं। हालांकि वह न तो हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) से और न ही गैर राज्य सिविल सेवा (नॉन-एससीएस) कोटे से आईएएस में प्रमोशन या चयन हुआ है। बल्कि 2020 बैच का यह आईएएस अधिकारी हरियाणा कैडर 2020 बैच की महिला आईपीएस अधिकारी दीप्ति गर्ग के पति हैं। यही वजह है कि उनका त्रिपुरा कैडर से हरियाणा कैडर में इंटर-कैडर (एक प्रदेश कैडर से दूसरे राज्य कैडर में ट्रांसफर किया गया है।
दीप्ति हरियाणा की ही मूल निवासी
पंजाब एवं हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि इसी माह 4 सितंबर को ही केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) द्वारा इस आशय में आदेश जारी किया गया है। जिसमें उल्लेख है कि आईएएस कैडर नियमों के अंतर्गत एवं त्रिपुरा और हरियाणा की प्रदेश सरकारों की सहमति से राहुल मोदी, आईएएस का हरियाणा कैडर की आईपीएस दीप्ति गर्ग से विवाह कारण त्रिपुरा कैडर से हरियाणा कैडर में ट्रांसफर किया जाता है। राहुल मोदी मूल रूप से राजस्थान से हैं, जबकि दीप्ति हरियाणा की ही मूल निवासी हैं।
यूपीएससी परीक्षा में था 420वां रैंक
हेमंत ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व जब राहुल मोदी का यूपीएससी सिविल परीक्षा 2019-20 में चयन हुआ था, तब वह दो कारणों से सोशल मीडिया में खूब चर्चित हुए थे, क्योंकि एक तो उनका यूपीएससी परीक्षा में 420वां रैंक था। दूसरा उनके नाम कारण चूंकि उनका मूल नाम राहुल कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जबकि सरनेम में मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेल खाता है। यह बहुत ही अदभुत संयोग बनता है।