भारतीय नौसेना(Indian Navy) ने शुक्रवार को सोमालिया के समुद्री लुटेरों के खिलाफ एक ऑपरेशन चलाया और 23 पाकिस्तानियों की जान बचाई। नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि उन्हें शुक्रवार शाम को हिंद महासागर के पास एक ईरानी जहाज अल-कंबर के हाईजैक होने की सूचना मिली थी।
बता दें कि इस पर सोमालिया के 9 समुद्री लुटेरों ने उसे कब्जा कर लिया था। यह जहाज यमन के सोकोट्रा द्वीप से साउथ-वेस्ट में करीब 166 किमी की दूरी पर था। हाइजैक का अलर्ट मिलते ही भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत INS सुमेधा को ईरानी जहाज को रोकने के लिए रवाना किया। नौसेना के 2 युद्धपोतों ने 12 घंटे का ऑपरेशन चलाया। जिसमें 9 लुटेरों ने सरेंडर किया। इसके बाद दूसरे युद्धपोत INS त्रिशूल की मदद से नेवी ने जहाज को लुटेरों से रेस्क्यू किया। नौसेना की टीम ने 12 घंटे तक ऑपरेशन चलाकर लुटेरों को सरेंडर करने के लिए मजबूर किया। फिलहाल टीम जहाज की जांच कर रही है और इसे सुरक्षित जगह ले जाएगा।
पिछले साल अक्टूबर में इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद से अरब सागर में सोमालिया के लुटेरों की तरफ से जहाज को हाईजैक करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस पर काबू पाने के लिए भारतीय नौसेना ने अरब सागर में युद्धपोतों की तैनाती बढ़ा दी है। भारतीय नौसेना ने 3 महीने पहले 14 दिसंबर को अदन की खाड़ी में हाईजैक हुए जहाज MV रुएन को बचाने का ऑपरेशन 15 मार्च को पूरा किया। ऑपरेशन भारत के समुद्री तट से 2800 किलोमीटर दूर चलाया गया। नौसेना ने बताया कि उनकी कार्रवाई के बाद 35 समुद्री लुटेरों ने सरेंडर किया और 17 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित निकाला गया।
40 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
जहाज का क्रू 110 से ज्यादा दिनों से लुटेरों के कब्जे में था। ये रेस्क्यू ऑपरेशन 40 घंटे तक चला। इसे पूरा करने के लिए युद्धपोत INS सुभद्रा, ज्यादा ऊंचाई तक उड़ने वाले ड्रोन, P8I पैट्रोलिंग एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल हुआ। अब हाईजैक हुआ जहाज MV रुएन पूरी तरह भारतीय नौसेना के कब्जे में है। 29 जनवरी को सोमालिया के तट पर तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS सुमित्रा ने एक ईरानी जहाज को समुद्री डाकुओं से बचाया है।
ईरानी झंडा लगे विमान के हाईजैक की मिली जानकारी
नौसेना ने बताया कि जहाज पर सवार क्रू मेंबर सहित सभी 17 लोग सुरक्षित हैं। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि INS सुमित्रा को अदन की खाड़ी में एक ईरानी झंडे लगे जहाज विमान के हाईजैक होने की जानकारी मिली। जहाज पर तैनात सिक्योरिटी ने फौरन कार्रवाई करते हुए ईरानी जहाज और क्रू मेंबर्स को डाकुओं से बचाया।