झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के 24 घंटे से लापता होने पर चल रही खोजकर्ता प्रक्रिया ने झारखंड राज्य में राजनीतिक उतार-चढ़ाव को बढ़ा दिया है। आजकल झारखंड सरकार में चल रहे भ्रष्टाचार के मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की चर्चा है और इस संबंध में ईडी की टीम ने उनसे पूछताछ के लिए बुलाया है। यह स्थिति ने राज्य को चौंका दिया है और राजनीतिक क्षेत्र में उत्साह बढ़ा रही है।
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 24 घंटे से ज्यादा समय से जानकारी नहीं मिलने के कारण राजनीतिक दलों के बीच हलचल मची हुई है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में होम सेक्रेटरी अविनाश कुमार, डीजीपी अजय कुमार, और चीफ सेक्रेटरी एल ख्यांग्ते को बुलाया है और तीनों अफसर पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और ईडी कार्यालय के आसपास धारा 144 लगाई गई है और इन जगहों की सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली पुलिस से कहा कि हेमंत सोरेन को खोजकर लाएं। झारखंड में चल रहे जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साउथ दिल्ली स्थित आवास पहुंची, लेकिन उन्हें नहीं मिले। उनकी बीएमडब्लयू कार भी जब्त की गई है और जांच एजेंसी ने उन्हें अपने साथ ले गई है।

कानून के ऊपर कोई भी नहीं : सीपी राधाकृष्णन
झारखंड के बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि उन्हें याद नहीं है कि कभी भी कोई मुख्यमंत्री इस तरह 24 घंटे से ज्यादा समय से लापता रहा हो। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राज्य के नागरिकों को शांति बनाए रखने के लिए उनसे जल्दी लौटने की अपील की। राजनीतिक हालात पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि उनकी तरह ही हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं और कानून के ऊपर कोई भी नहीं है। होम सेक्रेटरी, डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी ने राजभवन में पहुंचकर सुरक्षा में बढ़ोतरी की है।

रांची में होते तो महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आते : आलम
कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा कि अगर हेमंत सोरेन रांची में होते तो वे महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आते, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने भ्रष्टाचार के मामले में बढ़ती राजनीतिक खलबली को नकारात्मकता के साथ देखा है। कांग्रेस नेता अंबा प्रसाद ने कहा था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को आम जनता के सामने होंगे और उन्होंने इस स्थिति को बदले की राजनीति बताई। उन्होंने कहा कि किसी ने सीएम का अपहरण नहीं किया है और यह सभी बस विपक्षी दलों की राजनीतिक रणनीति है।

ईडी को ईमेल पर दिया समय, 31 को 1 बजे होंगे सामने : भट्टाचार्य
कांग्रेस विधायक विक्सल कोंगडी ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई। बैठक में कोई खास बातचीत नहीं हुई और सभी ने साथ में चाय पी। बीजेपी नेता सीपी सिंह ने भी कहा कि वह यह नहीं जानते कि मुख्यमंत्री कब लौटेंगे और राजनीतिक हालात में बहुतें उतार-चढ़ाव हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि हेमंत सोरेन ने ईडी को ईमेल पर पूछताछ के लिए समय दिया है और उनका कहना है कि वह 31 जनवरी को 1 बजे के बाद ईडी के सामने पहुंचेंगे। यह स्थिति राजनीतिक दलों के बीच विवादों को भी बढ़ा सकती है और इसका असर लोकतंत्र पर भी पड़ सकता है।