- केदारनाथ धाम के कपाट विधिवत पूजन के साथ खोले गए, अंखड ज्योति के दर्शन हुए
- भीष्म श्रृंगार हटाकर शिवलिंग का पंचामृत स्नान, फूलों से सजा धाम, ड्रोन से हुई पुष्प वर्षा
- चारधाम यात्रा शुरू, अब छह महीने दर्शन का अवसर, जून-अगस्त में 25 लाख श्रद्धालुओं की संभावना
Kedarnath Temple Opening 2025 उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को श्रद्धालुओं के लिए विधिवत पूजा अर्चना के बाद खोल दिए गए। कपाट खुलते ही सबसे पहले भक्तों को बाबा केदार की अखंड ज्योति के दर्शन हुए, जिसके बाद रुद्राभिषेक, शिवाष्टक, शिव तांडव स्तोत्र और केदाराष्टक मंत्रों का उच्चारण किया गया। सबसे पहले मंदिर में कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर ने पूजा की

हर बार की तरह इस बार भी भीष्म शृंगार हटाने की विशेष प्रक्रिया पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक की गई। शिवलिंग पर चढ़े हुए मौसमी फल, ड्राई फ्रूट्स, रुद्राक्ष मालाएं, कॉटन का कपड़ा और जमा हुआ शुद्ध घी धीरे-धीरे हटाया गया। इसके बाद गोमूत्र, दूध, शहद और पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराया गया और फूलों व भस्म से श्रृंगार कर चंदन तिलक लगाया गया। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग आधे घंटे का समय लगा।
धाम को इस बार फूलों से सजाया गया है और कपाट खुलने के साथ ही ड्रोन के जरिए फूलों की वर्षा कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया। इस समय करीब 2500 श्रद्धालु धाम में मौजूद हैं और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टोकन सिस्टम से दर्शन कराए जा रहे हैं। अब भक्त अगले छह महीनों तक बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे।
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से शुरू हो चुकी है। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट पहले ही खुल चुके हैं, जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे। केदारनाथ धाम में जून से अगस्त के बीच अगर मौसम अनुकूल रहा तो 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है।