भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह और खेल मंत्रालय के बीच एक बार फिर संघर्ष हुआ है। संजय सिंह ने नेशनल चैम्पियनशिप का आयोजन करने का ऐलान किया है, जिसका खुलासा आईओए के बाद हुआ है। खेल मंत्रालय ने इस पर पत्र जारी करके स्पष्ट किया है कि संघ को राष्ट्रीय चैम्पियनशिप आयोजित करने का अधिकार नहीं है और ऐसी कोई प्रतियोगिता जिसका आयोजन संघ द्वारा हो, उसे गैरमान्यता माना जाएगा। साथ ही, सरकारी लाभ प्राप्त करने का कोई सुयोग नहीं होगा।
इसके बाद, संजय सिंह ने 29 जनवरी से पुणे में होने वाली चैम्पियनशिप की जानकारी साझा की। इस घड़ी में, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कैप्टन वीरेन रसकिन्हा ने भी एक पत्र शेयर करके अपनी चिंता जताई है। उन्होंने लिखा है कि इस स्थिति में सभी पहलवानों के लिए यह एक कठिनाई है और तारीखों की अस्पष्टता से मानसिक रूप से दुखद है। विशेष रूप से वजन आधारित खेलों में इसका असर भी हो रहा है, जैसा कि विनेश फोगाट ने भी साझा किया है। सूचना के अनुसार, नेशनल चैम्पियनशिप 2023 का आयोजन महाराष्ट्र के अहमदनगर में 28 से 30 जनवरी को होना था, लेकिन इसे अब 29 से 31 जनवरी 2024 में पुणे में आयोजित किया जाएगा।

खेल मंत्रालय ने अनियमितताओं की बात करके संघ को निलंबित कर दिया था। आईओए ने भूपिंदर सिंह बाजवा की अगुवाई में तीन सदस्यीय तदर्थ समिति गठित की है, जिसमें ओलिंपियन एमएम सोमाया और बैडमिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर शामिल हैं। समिति ने 30 दिसंबर को 2 से 5 फरवरी तक राष्ट्रीय चैम्पियनशिप कराने की घोषणा की थी, जिससे सभी राज्य संघों को यह निर्देश दिया गया है कि वे निलंबित महासंघ से दूर रहें। भारतीय कुश्ती टीम का कैंप 9 फरवरी से सोनीपत और पटियाला में होगा। भारतीय कुश्ती संघ की एडहॉक कमेटी ने राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप के बाद अब राष्ट्रीय कैंप का भी आयोजन किया है, जो 9 फरवरी से शुरू होगा। पुरुष वर्ग का कैंप साई सेंटर सोनीपत में और महिलाओं का कैंप पटियाला में होगा। यह कैंप ओलिंपिक तक निरंतर चलेगा।
चयनित पहलवान विदेशी प्रतियोगिताओं में लेंगे भाग
इस बीच कैंप में चयनित होने वाले पहलवान विदेशी प्रतियोगिताओं में भी भाग लेंगे। राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप का आयोजन 2 से 5 फरवरी तक जयपुर में हो रहा है, जिसके आधार पर राष्ट्रीय कैंप के लिए पहलवानों का चयन किया जाएगा। कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा ने बताया कि पिछले 1 साल में भारतीय कुश्ती को कई समस्याएं आईं, लेकिन नए साल में इस पर कोई असर नहीं होगा। नेशनल कैंप में पहली प्राथमिकता ओलिंपिक क्वालिफाइ टूर्नामेंट के लिए बेहतर तैयारी की जाएगी, जो 19 से 21 अप्रैल तक कजाकिस्तान में होने वाला है।