OYO रूम्स ने अपनी चेक-इन पॉलिसी में बड़े बदलाव की घोषणा की है, जो नए साल 2025 से लागू हो चुकी है। इन बदलावों के तहत, अविवाहित प्रेमी जोड़ों को OYO होटल्स में चेक-इन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस नई पॉलिसी को उत्तर प्रदेश के मेरठ से शुरू किया गया है, जहां OYO ने अपने सहयोगी होटलों को इसे तुरंत प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया है।
चेक-इन के लिए अब क्या जरूरी होगा
अब अनमैरिड कपल्स को OYO होटल में रूम बुक करने के लिए अपनी शादी का प्रमाण या वैध रिलेशनशिप आईडी प्रस्तुत करनी होगी। या रिलेशनशिप से जुड़ा कोई वैध दस्तावेज दिखाना होगा। OYO का यह कदम हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव माना जा रहा है। हालांकि, इससे ग्राहकों की स्वतंत्रता पर असर पड़ेगा, लेकिन कंपनी इसे सुरक्षित अनुभव का हिस्सा बता रही है।
मेरठ से शुरूआत
इस पॉलिसी की शुरुआत मेरठ शहर से की गई है। आने वाले समय में इसे अन्य शहरों में भी लागू किए जाने की संभावना है। अनमैरिड कपल्स को अब OYO होटल्स में चेक-इन करने की इजाजत नहीं होगी। यह बदलाव OYO के “जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी” अभियान का हिस्सा है।
क्यों उठाया गया यह कदम?
OYO के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी ने यह कदम अपनी जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी नीति के तहत उठाया है। OYO का कहना है कि वह अपने ग्राहकों की आजादी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन वह स्थानीय कानून और सामाजिक समूहों की चिंताओं को भी समझता है।
ग्राहकों पर असर
OYO की नई पॉलिसी का सबसे ज्यादा असर उन कपल्स पर पड़ेगा जो शादीशुदा नहीं हैं। अब अगर कोई जोड़ा OYO होटल में रुकना चाहता है तो उसे अपने रिश्ते का प्रमाण देना होगा। जो ग्राहक छुट्टियों के दौरान OYO का इस्तेमाल करते थे, उन्हें अब मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हालाकि नियम अभी मेरठ में ही लागू हुआ है।
कंपनी का दृष्टिकोण
OYO का कहना है कि यह पहल कंपनी की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत उठाई गई है। यह निर्णय स्थानीय कानून प्रवर्तन और नागरिक समाज समूहों के विचारों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कंपनी का उद्देश्य एक सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी सेवा प्रदान करना है।