पंजाब के किसानों का दिल्ली कूच का दूसरा दिन है। किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से हरियाणा में घुसने की कोशिश करेंगे। किसान मजदूर मोर्चा के कोऑर्डिनेटर सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हर हाल में दिल्ली तक जाएंगे। पंधेर ने कहा कि यह भारतीय इतिहास का एक काला दिन है। किसानों के खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। हम यहां स्पीकर लगा रहे है और कल सुबह अपना कार्यक्रम फिर से शुरु करेंगे। किसान आंदोलन को 13 फरवरी तक के लिए रोक दिया गया था। प्रदर्शन की वजह से डीएनडी फ्लाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया। क्योंकि किसानों के विरोध के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर भारी सुरक्षा के बीच वाहन दिल्ली से नोएडा की ओर आ रहे है। खनौरी में खेतों में पानी छोड़ा गया है, ताकि किसान खेतों के रास्ते आगे न बढ़ सकें।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग देर रात शंभू बॉर्डर पर घायल हुए किसानों का हाल-चाल जानने राजपुरा के सरकारी अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घायल किसानों की राहुल गांधी से फोन पर बात कराई। राहुल गांधी ने किसानों से उनकी चोट के बारे में जाना। पंजाब सरकार ने हरियाणा सीमा के साथ लगते अपने सभी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि घायल हुए किसानों का इलाज शुरू किया जा सके। मान सरकार ने संगरूर, पटियाला, डेराबस्सी, मानसा और बठिंडा के अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
मान बोले-किसानों पर लाठियां न चलाओ
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हरियाणा सरकार से अपील की कि वह पंजाब के किसानों पर लाठीचार्ज न करें और उन पर आंसू गैस के गोले व पानी की बौछार न करें। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई में कई किसान घायल हुए हैं जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। वह किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।
कैथल से खनौरी बॉर्डर की ओर बढ़ सकते हैं किसान
किसानों के दिल्ली कूच के आह़्वान के तहत अब हरियाणा के किसानों ने भी आंदोलन में शामिल होने का निर्णय लिया है। इसके तहत आज किसान कैथल से खनौरी बॉर्डर की ओर बढ़ सकते हैं। ये किसान जींद जिले के नरवाना के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर पहुंच सकते हैं। इन किसानों ने जिले के कई गांवों में बॉर्डर पर पहुंचने का आह्वान किया है। ऐसे में यह किसान खनौरी मार्ग पर स्थित संगतपुरा बॉर्डर पर बढ़ सकते हैं। धन्ना भगत भाकियू की ओर से अधिक से अधिक किसानों का दात्ता सिंह वाला बॉर्डर पर पहुंचने का आह्वान किया गया है।
घायल किसानों से मिले स्वास्थ्य मंत्री
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने अस्पतालों का दौरा किया। वे किसान आंदोलन में घायल किसानों से मिले। मंत्री किसानों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। मंगलवार को ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बॉर्डर पर एंबुलेंस को तैनात किया था। इसके साथ ही संगरूर, पटियाला, डेराबस्सी, मानसा और बठिंडा के अस्पतालों को अलर्ट किया गया था।
ड्रोन के इस्तेमाल पर पाबंदी
पटियाला के डीसी ने अंबाला डीसी को पंजाब के क्षेत्र के अंदर ड्रोन नहीं भेजने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने इस बारे में अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी बता दिया है। अंबाला अधिकारियों के साथ मामला उठाने के बाद, उन्होंने अब सीमा पर ड्रोन की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है। भारत भर के किसानों की अलग-अलग मांगें हैं और वे अलग-अलग परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। मैं सभी किसानों से आग्रह करता हूँ कि वे सड़क पर उतरने के बजाय आपस में सलाह-मशवरा करें। विश्वासपात्र तज्ञों को अपना प्रतिनिधि चुनकर अपनी माँगों को उनके द्वारा तर्कबद्ध रूप से सरकार के सामने प्रस्तुत करें।
राकेश टिकैत ने कहा अगर बीजेपी किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है तो एमएसपी दे। रोकने से भी आंदोलन और किसान नहीं रुकेंगे। मध्य प्रदेश में ज्यादा किसानों को गिरफ्तार किया गया, यहां तक कि मध्य प्रदेश के किसानों को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी आंदोलन का हिस्सा है। अगर वे किसानों को भड़काएंगे तो लोकसभा चुनाव पर असर पड़ेगा। पूरे देश में आंदोलन फैलेगा।