भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों को आधुनिक और तेज रफ्तार सुविधाएं देने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अब तक चेयर कार वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का भी सपना साकार होने जा रहा है। देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और अब बस अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
![Sleeper Vande Bharat: बड़ी सौगात: जल्द दौड़ेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, ट्रायल सफल! 2 train vb1](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2025/02/train-vb1.webp)
तेज रफ्तार और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें राजधानी एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस से भी ज्यादा एडवांस और तेज मानी जा रही हैं। ये ट्रेनें लंबी दूरी की यात्रा को अधिक आरामदायक बनाने के लिए तैयार की गई हैं। रेलवे बोर्ड के मुताबिक, ट्रायल रन के दौरान यह ट्रेन 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सफलतापूर्वक दौड़ी और आरामदायक यात्रा का अनुभव दिया। रेलवे के अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) और रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) की अंतिम मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इस ट्रेन को यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
![Sleeper Vande Bharat: बड़ी सौगात: जल्द दौड़ेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, ट्रायल सफल! 4 train vb 02](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2025/02/train-vb-02.jpg)
ट्रायल रन की बड़ी सफलताएं
- 540 किमी ट्रायल रन पूरा: 15 जनवरी को मुंबई-अहमदाबाद रूट पर ट्रेन ने लंबी दूरी की टेस्टिंग सफलतापूर्वक पूरी की।
- कोटा डिवीजन में हाई-स्पीड टेस्ट: ट्रेन को कोटा डिवीजन लाया गया, जहां लगातार तीन दिन तक 30-40 किमी की दूरी पर परीक्षण हुआ।
- शानदार स्पीड परफॉर्मेंस: 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर भी ट्रेन ने स्थिरता और आरामदायक सफर का प्रमाण दिया।
![Sleeper Vande Bharat: बड़ी सौगात: जल्द दौड़ेगी पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, ट्रायल सफल! 5 train vb 03](https://citytehelka.in/wp-content/uploads/2025/02/train-vb-03.webp)
क्या होगी खासियत
- हाई-स्पीड स्लीपर कोच: लंबी दूरी के यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक सफर।
- अत्याधुनिक इंटीरियर: यात्रियों के लिए प्रीमियम सुविधाएं।
- बेहतर टाइमिंग और दक्षता: राजधानी और तेजस से भी तेज सफर का अनुभव।
- मेड इन इंडिया तकनीक: देश में ही विकसित और निर्मित ट्रेन।
जल्द यात्रियों को मिलेगा नया सफर का अनुभव
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई ने 17 दिसंबर 2024 को इस ट्रेन का निर्माण पूरा किया था। अब रेलवे बोर्ड की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, जल्द ही देशभर के प्रमुख रूट्स पर यह ट्रेन दौड़ती नजर आएगी।