महागौरी पूजन और कन्या पूजन का पावन संयोग

दुर्गा अष्टमी पर महागौरी पूजन और कन्या पूजन का पावन संयोग

पंचांग एवं राशिफल धर्म

Maha Ashtami Celebrations:आज चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन है, जिसे दुर्गा अष्टमी के रूप में मनाया जा रहा है। इस विशेष तिथि पर देवी महागौरी की पूजा का विधान है। मां महागौरी को सुख, समृद्धि, दीर्घायु और पवित्रता की देवी माना जाता है। उनकी पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शास्त्रों के अनुसार, हजारों वर्षों की कठोर तपस्या से देवी पार्वती का शरीर काला पड़ गया था, लेकिन शिव जी के आशीर्वाद से उन्होंने गौर वर्ण प्राप्त किया और इस रूप में महागौरी के नाम से पूजित हुईं। सफेद वस्त्रों में सजी देवी महागौरी का वाहन वृषभ है और उनके हाथ में त्रिशूल होता है।

    आज के दिन भक्तगण नारियल, उसकी मिठाई, खीर, पूड़ी, हलवा और काले चने का भोग अर्पित करते हैं। देवी की पूजा के बाद कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। कम से कम दो कन्याओं और एक बालक को आमंत्रित कर उन्हें आदरपूर्वक बैठाकर अक्षत्, फूल, माला, चंदन व रोली से पूजन करना चाहिए। फिर उन्हें भोजन कराकर दक्षिणा और उपहार देकर आशीर्वाद लिया जाता है। यह पूजन घर में देवी लक्ष्मी और दुर्गा के वास को सुनिश्चित करता है।

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    आज शनिवार का दिन भी है, जिस कारण शनि व्रत भी रखा जा रहा है। शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल, काले तिल, नीले फूल, नीले और काले वस्त्र, गुलाब जामुन का भोग अर्पित किया जाता है। साथ ही सरसों का तेल, कंबल, काला छाता, जूते और चप्पल का दान करना शुभ फलदायक माना गया है। इससे शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत मिलती है।

    पंचांग के अनुसार आज अष्टमी तिथि रात 07:26 बजे तक रहेगी, इसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ होगी। पुनर्वसु नक्षत्र सुबह 5:32 बजे तक रहेगा, फिर पुष्य नक्षत्र शुरू होगा। दिन में सुकर्मा योग रहेगा जो शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। चंद्रमा मिथुन राशि में रहेगा और रात 11:25 बजे के बाद कर्क राशि में प्रवेश करेगा। आज पूर्व दिशा में दिशाशूल है, अतः इस दिशा में यात्रा से परहेज करना चाहिए या पीपल का पत्ता साथ लेकर निकलना चाहिए।

    आज सूर्योदय 06:07 बजे और सूर्यास्त 06:41 बजे हुआ। चंद्रमा का उदय 11:41 बजे हुआ और चंद्रास्त कल तड़के 02:19 बजे होगा। दिन के शुभ चौघड़िया में 07:41 से 09:15 बजे तक शुभ, 01:58 से 03:33 बजे तक लाभ, और 03:33 से 05:07 बजे तक अमृत काल है। वहीं रात का शुभ समय 06:41 से 08:07 बजे लाभ, 09:32 से 10:58 बजे शुभ और 10:58 से 12:23 बजे तक अमृत है।

    राहुकाल आज 09:15 से 10:50 बजे तक है, जबकि गुलिक काल 06:07 से 07:41 तक और यमगण्ड काल 01:58 से 03:33 बजे तक रहेगा। भद्रा काल 07:44 बजे तक रहेगा, जिसका वास स्वर्ग में बताया गया है। शिव जी का वास आज शाम 07:26 बजे तक श्मशान में और फिर देवी गौरी के साथ है, जो भक्तों के लिए आध्यात्मिक रूप से विशेष माना जाता है।