हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि कल यानी बुधवार को है। इसे ध्यान में रखते हुए, भारतीय जनता पार्टी (BJP) आज अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी। तोशाम से विधायक और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी का नाम सबसे आगे है। हालांकि, कुलदीप बिश्नोई का नाम भी चर्चा में है, लेकिन राज्यसभा की इस सीट पर किरण चौधरी के नाम पर मुहर लगने की संभावना है।
कांग्रेस इस बार राज्यसभा चुनाव के लिए अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतार रही है। जजपा के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला लगातार कांग्रेस पर उम्मीदवार उतारने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, इसलिए पार्टी चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी।
किरण चौधरी का भाजपा में शामिल होना और राज्यसभा सीट की स्थिति
किरण चौधरी, जिनकी बेटी श्रुति चौधरी का कांग्रेस से लोकसभा टिकट कट गया था, 19 जून को भाजपा में शामिल हो गई थीं। तभी से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि वह राज्यसभा जा सकती हैं। हरियाणा में राज्यसभा की 5 सीटें हैं, जिनमें से एक सीट कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद खाली हुई थी। उनका राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था, और इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
राज्यसभा चुनाव की समयसीमा
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 21 अगस्त तक नामांकन कर सकते हैं। 27 अगस्त तक नाम वापसी की जा सकती है। 3 सितंबर को मतदान के बाद ही परिणाम घोषित किए जाएंगे।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा- हमारे पास बहुमत नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले ही कह दिया है कि कांग्रेस के पास विधानसभा में पर्याप्त संख्या नहीं है। कांग्रेस के पास केवल 28 विधायक हैं, जिसमें से किरण चौधरी अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। कांग्रेस को 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिससे कुल 31 विधायक बनते हैं। राज्यसभा सीट जीतने के लिए 44 विधायकों की आवश्यकता है। हुड्डा ने कहा कि अगर उनके पास पर्याप्त संख्या होती, तो वह पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते, जिससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता।
दुष्यंत चौटाला का कांग्रेस पर तंज
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “अब तो हमारे 4-5 विधायक भी कांग्रेसी हो चुके हैं। अगर भूपेंद्र हुड्डा की भाजपा से कोई सांठगांठ नहीं है, तो वह राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करें। हम पहले से ही भाजपा के खिलाफ वोट करने का वादा कर चुके हैं।”
विधानसभा में राजनीतिक समीकरण
हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास फिलहाल 41 विधायक हैं। इसके सहयोगी हलोपा के 1 और एक निर्दलीय विधायक मिलाकर कुल 43 विधायकों का समर्थन है। तोशाम की विधायक किरण चौधरी भी अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। वहीं, विपक्ष में कांग्रेस के पास 28 (किरण चौधरी को छोड़कर), जजपा के 10, INLD के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों के साथ कुल 43 विधायक हैं। वर्तमान में सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति विधानसभा में लगभग समान है।