Hooda Samadhi Karan Singh Dalal

Faridabad में महापंचायत बुलाकर Hooda समधी बोलें Congress ने उठाया शराफत का नाजायज फायदा, जानियें Karan Singh ने कैसे निकाली भड़ास

राजनीति फरीदाबाद

Faridabad से टिकट काटे जाने पर नाराज हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा(Hooda) के समधी करण सिंह(Karan Singh) दलाल ने आज फरीदाबाद-पलवल बॉर्डर के पास महापंचायत में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस(Congress) आलाकमान ने उनकी शराफत और इंसानियत का नाजायज फायदा उठाया है। जो टिकट नहीं मांग रहे थे, उन्हें उम्मीदवार बना दिया और जो टिकट की लड़ाई लड़ रहे थे, उन्हें नकार दिया।

पत्रकारों से बातचीत में करण सिंह दलाल ने कहा कि महेंद्र प्रताप तो चुनाव लड़ना ही नहीं चाहते थे, लेकिन BJP के कुछ लोगों ने अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए महेंद्र प्रताप को जबरन टिकट दिलवाई है। दलाल बोले कि अभी पंचायत ने फैसला लिया है कि मैं पहले पंचायत की कमेटी के साथ पार्टी से मिलकर अपनी बात रखूं। शायद पार्टी को भगवान सद्बुद्धि दे दें और मुझे टिकट मिल जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम ईंट से ईंट बजाना भी जानते हैं। महापंचायत में हजारों समर्थकों के साथ विभिन्न पार्टियों के नेता भी करण सिंह दलाल के समर्थन में आए थे। तेवतिया पाल के साथ-साथ बिजेंद्र चांट, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा, पूर्व विधायक केहर सिंह रावत, गिरीश भारद्वाज, जगन डागर व अन्य नेताओं ने कांग्रेस टिकट को लेकर दलाल का पक्ष लिया है।

दलाल ने कहा कि मैंने आज 36 बिरादरी की महापंचायत में अपनी बात रख दी है। हमारी सरदारी इस मुद्दे पर जो भी फैसला करेगी, मैं उस पर कायम रहूंगा। आज नॉमिनेशन भरने की शुरुआत हुई है और 6 मई को अंतिम दिन है। मुझे पंचायत के फैसले का इंतजार रहेगा।

राजनीति विचारधारा की लड़ाई

पंचायत में करण सिंह दलाल ने कहा कि राजनीतिक जीवन आसान नहीं है। लुटेरे अधिकारियों से दुश्मनी लेनी पड़ती है। गरीब, दलित की आवाज बनना पड़ता है। लोगों की लड़ाई लड़ने की सौगंध खानी पड़ती है। कारण दलाल ने कहा कि कोई भी राजनीति में आ सकता है। राजनीति विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि आपके सामने मेरा पहला निवेदन यह है कि 10 सालों में किसने किसानों की लड़ाई लड़ी। कहां थे वे लोग जब जबरन टोल लगाया गया था? किसानों को सुनवाई नहीं हो रही थी। घरों में छापे लगा कर बिजली कर्मियों द्वारा रेड डाली जा रही थी। जब भी किसी के लिए लड़ाई लड़ने की बात आई तो मैंने सभी के हक की लड़ाई लड़ी। अब कांग्रेस ने मेरी अनदेखी की है।