हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री Deepender Hooda के बेटे और सांसद दीपेंद्र हुड्डा के कार्यक्रम से पहले हिसार के उकलाना विधानसभा क्षेत्र में विवाद खड़ा हो गया है। ‘हरियाणा मांगे हिसाब अभियान’ के तहत आज मंगलवार को पद यात्रा निकाली जानी है। यात्रा से पहले टिकट के दावेदारों ने जगह-जगह पोस्टर, बैनर, और होर्डिंग्स लगवा दिए थे, जिन्हें किसी ने फाड़ दिया, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
उकलाना के पूर्व विधायक और कांग्रेस की टिकट के दावेदार नरेश सेलवाल ने उकलाना थाना पहुंचकर इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि देर रात किसी ने उनके होर्डिंग्स फाड़ दिए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि इसके पीछे विरोधी BJP के अलावा कांग्रेस के भी कुछ लोग हो सकते हैं। उन्होंने पुलिस से मामले की जांच करने का अनुरोध किया है।
दीपेंद्र हुड्डा की पद यात्रा
आज ही दीपेंद्र हुड्डा की इसी रूट पर पद यात्रा प्रस्तावित थी। यह यात्रा अग्रवाल सेवा सदन से बस स्टैंड, गोल मंडी, पुरानी मंडी होते हुए गीता भवन मंदिर तक जाएगी। पोस्टर फाड़े जाने की घटना ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
समर्थकों में रोष
कांग्रेस के पोस्टर फाड़े जाने से पूर्व विधायक नरेश सेलवाल के समर्थकों में रोष व्याप्त है। उन्होंने उकलाना पुलिस थाने में शिकायत दी है, जिसमें कहा गया है कि “हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम के तहत उकलाना शहर में पद यात्रा होनी है। इसके लिए सुरेवाला चौक से लेकर पुरानी अनाज मंडी तक बैनर और होर्डिंग्स लगाए गए थे, जिन्हें सोमवार रात कुछ अज्ञात लोगों ने फाड़ दिया। ये लोग उकलाना का माहौल खराब करना चाहते हैं।”
साजिश का आरोप
पूर्व विधायक ने शिकायत में मांग की है कि कांग्रेस पार्टी के होर्डिंग्स और बैनर फाड़ने, माहौल खराब करने और साजिश रचने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। उनका कहना है कि पोस्टर फाड़ने के पीछे कौन लोग हैं, इसका पता लगाने की आवश्यकता है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
2019 के विधानसभा चुनाव में उकलाना से JJP के अनूप धानक विजयी हुए थे, जबकि भाजपा की आशा खेदड़ दूसरे स्थान पर रही थीं। हालांकि, इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उकलाना विधानसभा से बढ़त मिली है। कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी को भाजपा के रणजीत चौटाला से ज्यादा वोट मिले थे। आशा खेदड़ भी यहां से भाजपा की दावेदार हैं।