Haryana Politics : इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव में हरियाणा कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपना भाग्य नहीं आजमाएंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव में कांग्रेस की तरफ से दो महिला प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा जा सकता है। साथ ही दीपेंद्र सिंह हुड्डा का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो 13 अप्रैल को होने वाली कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक से पहले लोकसभा सीटों पर एक नाम को लेकर सहमति बन गई है। तय किए नामों पर शनिवार को सीईसी की बैठक में मुहर लग सकती है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के चुनाव नहीं लड़ने की बात को स्पष्ट कर दिया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर उम्मीदवारों के नाम पर मोहर लगवाने के लिए एक बार फिर से हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। जिसमें प्रदेश की 9 सीटों पर कांग्रेस के एक-एक प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगने की बात सामने आई है। हालांकि एक-दो सीटों पर एक से ज्यादा प्रत्याशियों के नाम सूची में रखे गए हैं। अब कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट शनिवार को होने वाली कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति के बैठक में रखी जाएगी। हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम पर भी मुहर लगाई गई है।
बता दें कि पूर्व में हुई सीईसी की बैठक में कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व को एक नाम लाने की बात कहीं गई थी। इसके बाद शुक्रवार को फिर से हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। जिसमें घंटों विचार-विमर्श के बाद कांग्रेस के प्रत्याशियों को चुना गया। अब प्रत्याशियों के फाइनल नाम कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाएंगे। बैठक में कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के अलावा सहित एसआरके ग्रुप से राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा और कांग्रेस नेत्री किरण चौधरी मौजूद रही।
बताया जा रहा है कि बैठक में करनाल, अंबाला और एक अन्य लोकसभा सीट पर एक नाम की सहमति नहीं बन पाई है। इस सीटों पर 2 या 2 से अधिक नाम रखे गए हैं। इसके अलावा अन्य सीटों पर एक नाम पर सहमति बन चुकी है। वहीं कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया से कुमारी शैलजा पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में शैलजा भी चुनाव लड़ सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि एक या दो सीटों पर महिला प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा जा सकता है। वहीं बीरेंद्र और बृजेंद्र सिंह के चुनाव लड़ने के सवाल पर दीपक बावरिया ने कहा कि कुछ बात गोपनीय भी रहने दो। इसके बाद वह बैठक से चले गए।
गौरतलब है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की नजदीकियां बढ़ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। लोकसभा चुनाव के चलते भाजपा ने हरियाणा में सभी 10 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन (कांग्रेस-आप) ने महज एक सीट कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर ही उम्मीदवार का ऐलान किया है। शेष 9 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ने वाली है। प्रदेश में 25 मई को मतदान होने हैं, लेकिन कांग्रेस अभी तक एक भी सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं कर पाई है। हालांकि पार्टी में सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर लिया है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों की फाइनल सूची पर मुहर लग सकती है।