RAJSTHAN के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ CONGRESS नेता अशोक गहलोत ने कहा कि CONGRESS ने हरियाणा की जनता को जो गारंतटियां दी हैं उनसे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा और न ही कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा।
अशोक गहलोत शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह गारंचटियां बड़े सोच विचार के बाद और वित्त विशेषज्ञों से राय लेने के बाद दी गई हैं। उन्होंने कहा CONGRESS की नीति रही है कि जनता से बातचीत करके, सब की राय जान कर और आम आदमी की आवश्यकता के अनुसार नीतियां बनाई जाएं। उन्होंने कहा कि यह गारंकटियां जब लागू हो जाएंगी तो हरियाणा एक मॉडल स्टेट बन कर उभरेगा।
अशोक गहलोत ने कहा कि यह कहना बिल्कुल सही नहीं है कि CONGRESS ने केवल चुनाव जीतने के लिए हरियाणा की जनता के साथ बड़े-बड़े वादे किए हैं। राजस्थान के अपने कार्यकाल का उदाहरण देते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि जो गारंजटियां हरियाणा की जनता को दी गई हैं उनमें से बहुत सारी वे राजस्थान में लागू कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 25 लाख तक के मुफ्त इलाज की योजना राजस्थान में बड़ी सफलता के साथ लागू की गई है। इसी प्रकार ओपीएस को भी राजस्थान ने दोबारा लागू कर दिया है। ऐसे में हरियाणा में भी सभी वादों को लागू करने में कोई कठिनाई नहीं आएगी।
हरियाणा की सभी गारंटियों की सराहना करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि हरियाणा देश में पहला राज्य होने वाला है जहां बुढ़ापा, विधवा और दिव्यांग पेंशन 6000 रुपए प्रति माह होने जा रही है। तीन सो यूनिट बिजली फ्री देने की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि कांग्रेस जनता के बीच मुफ्त रेवड़ियां बांटने का काम कर रही है। अशोक गहलोत ने कहा कि आम आदमी को राहत पहुंचना और उसकी रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाना सरकार की जिम्मेवारी है और CONGRESS ने उसे काम बाखूबी किया है।