BJP के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रमेश मलिक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी में 32 वर्षों तक निष्ठा, मेहनत, और ईमानदारी से काम किया, लेकिन अनदेखी के चलते अब उन्होंने अपने पद और सदस्यता दोनों से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
रमेश मलिक ने आरोप लगाया कि 2014 के बाद से पार्टी ने उनकी लगातार अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि पानीपत ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी एक व्यक्ति की जेब की पार्टी बनकर रह गई है, जिसके चलते विधायक का अहंकार बढ़ गया है और पार्टी कमजोर हो रही है।
विधायक पर गंभीर आरोप
रमेश मलिक ने आरोप लगाया कि विधायक ने पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को दबाने और उनका शोषण करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में विधायक का निजी विकास तो हुआ, लेकिन पानीपत ग्रामीण हल्का पिछड़ता चला गया।

सड़कों और विकास कार्यों की बदहाली
रमेश मलिक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की प्रमुख सड़कें जैसे बरसत रोड, काबड़ी रोड, बबैल रोड, कुटानी रोड, भैसवाल रोड, और हुडा के सेक्टरों की सड़कों की हालत बेहद खराब है। विधायक ने केवल अपने चमचों के साइन बोर्ड लगाने और कालोनियों में सड़कें बनाने और उखाड़ने के नाम पर भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने कहा कि विधायक ने पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाया है और पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। इसी वजह से वे पार्टी से नाखुश होकर अपने पद और सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।

	





