हरियाणा में पूर्व संसदीय सचिव और तीन बार के विधायक रामपाल माजरा(Rampal Majra) की इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में वापसी हो गई है। इनेलो(INLD) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला (Abhay Chautala) आज चंडीगढ़ में माजरा के पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया है। वहीं इनेलो में रामपाल माजरा को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई हैं। इससे पहले माजरा भाजपा में थे, लेकिन केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी।
INLD के कैथल के जिलाध्यक्ष राजा राम माजरा ने इसकी पुष्टि की है। दरअसल करीब दस दिन पहले अभय चौटाला अचानक कैथल स्थित रामपाल माजरा के निवास पर पहुंचे थे। उन्होंने माजरा के सामने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से INLD का प्रत्याशी बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। अभय चौटाला के बाद ओमप्रकाश चौटाला ने उनसे बातचीत की, जिसे माजरा मना नहीं कर सके। जिसके चलते अब वह घर वापसी करने जा रहे हैं।

इनेलो बना सकती है प्रदेश अध्यक्ष
INLD में माजरा की घर वापसी के बाद माना जा रहा है कि उन्हें INLD का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। 24 फरवरी को नफे सिंह राठी की हत्या हो जाने के बाद INLD के प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली चल रहा है। चूंकि अब लोकसभा चुनाव हैं, ऐसे में पार्टी जल्द से जल्द योग्य व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देना चाहती है। इसके बाद पार्टी में ये चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं कि माजरा इस पद के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।

गांव माजरा की सरपंची से शुरू किया था राजनीतिक सफर
रामपाल माजरा ने अपना राजनीतिक सफर 1978 में गांव माजरा नंदकरण की सरपंची से शुरू किया था। वह पहली बार वर्ष 1996 में विधायक बने इस चुनाव में उन्होंने पाई विधानसभा से समता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा और हरियाणा विकास पार्टी के उम्मीदवार नर सिंह ढांचा को हराया। वर्ष 2000 में उन्होंने INLD की टिकट पर कांग्रेस के तेजेंद्र पाल मान को हराया था, लेकिन वर्ष 2005 के चुनाव में वह मान से हार गए।
