डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत रामरहीम(Ramrahim) को लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Election) के नतीजों(Election Result) का इंतजार जेल में ही करना पड़ेगा। हाईकोर्ट(High Court) ने 29 फरवरी को उनको पैरोल पर नहीं भेजने का निर्णय लिया था। इससे पहले भी 89 अपराधियों को पैरोल मिल चुकी है, लेकिन इस बार गुरमीत को पैरोल नहीं मिली। हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ उन्होंने ध्यानाकर्षण किया और पैरोल को लेकर वापसी की मांग की।
बता दें कि गुरमीत राम रहीम के वकीलों ने हाईकोर्ट में दायर किया कि उनके पास 41 दिन की पैरोल/फरलो की अधिकतम अवधि है। इससे उन्हें समाज में सुधार करने का अवसर मिलेगा। उनकी याचिका को लेकर हरियाणा सरकार और पुलिस को नोटिस जारी किया गया है। अगली सुनवाई 31 जुलाई को होगी। तब तक गुरमीत को जेल में ही रहकर चुनावी नतीजे देखने पड़ेंगे। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद राजनीतिक दलों ने डेरा सच्चा सौदा के समर्थन में कदम उठाया है।

भाजपा नेताओं ने डेरे में जाकर हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा से मुलाकात की थी। इसके बाद डेरे की ओर से भाजपा का समर्थन जताया गया है। डेरे का प्रभाव वोटिंग दिन में भी दिखा, और भाजपा को जीत की उम्मीद है। गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद सबसे चर्चित व्यक्ति हनीप्रीत हैं। वे बाबा राम रहीम की बेटी हैं और उनके विवादित कानूनी मामलों में शामिल हैं। 2017 में उन्हें साध्वी यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वे बाद में सरेंडर कर गईं थीं। जेल से बाहर आने के बाद से उन्हें डेरे की सत्ता संभालने का काम मिला है।
