कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने CM नायब सैनी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए प्रदेश के हितों को गिरवी रख दिया है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के हरियाणा विरोधी रवैये पर चुप्पी साध रखी है।
चंडीगढ़ प्रशासन में बदलाव पर सुरजेवाला की आलोचना:
सुरजेवाला ने केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासन में हाल ही में हुए फेरबदल को हरियाणा के अधिकारों पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लगातार हरियाणा की विशिष्ट संस्कृति और पहचान को नष्ट करने पर आमादा है। इस बदलाव से अब चंडीगढ़ के प्रशासनिक पदों पर हरियाणा और पंजाब के अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की व्यवस्था खत्म हो जाएगी, जो सुरजेवाला के अनुसार, इन दोनों राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन है।
चंडीगढ़ की सांझी विरासत पर हमला:
सुरजेवाला ने यह भी कहा कि चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब की सांझी विरासत है, जिसे किसी को छीनने का अधिकार नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि 1966 के पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के तहत चंडीगढ़ का प्रशासन 60:40 के अनुपात में हरियाणा और पंजाब के बीच बांटा गया था, और इसे लेकर कभी भी कोई विवाद नहीं था। लेकिन मोदी सरकार अब इस व्यवस्था को समाप्त करने पर तुली हुई है।
भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए सुरजेवाला का बयान:
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें हरियाणा और पंजाब की सांस्कृतिक और प्रशासनिक पहचान को खत्म करने के लिए लगातार कदम उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले खट्टर सरकार ने डोमिसाइल नीति में बदलाव किया, फिर कृषि कानूनों के जरिए किसानों को आर्थिक रूप से तबाह किया, और अब चंडीगढ़ से प्रशासनिक अधिकार छीनने की कोशिश हो रही है।
कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा:
सुरजेवाला ने यह भी स्पष्ट किया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता हरियाणा और पंजाब के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि मोदी सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि चंडीगढ़ बसाने में हरियाणा और पंजाब की भूमि, संसाधन और मेहनत लगी है, और कांग्रेस इसे कभी भी अपने अधिकार से हाथ नहीं धोने देगी।
कांग्रेस का विरोध:
सुरजेवाला ने केंद्र सरकार की इस नई व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के संघर्ष को जारी रखने की बात की और कहा कि वे यूटी काडर से बाहरी अधिकारियों की नियुक्ति और संघीय ढांचे पर हो रहे हमलों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे।