- 40 साल बाद अक्षय तृतीया पर सूर्य, शुक्र और चंद्रमा उच्च स्थिति में आकर बना रहे हैं स्वर्ण योग
- 30 अप्रैल को रोहिणी नक्षत्र में अक्षय तृतीया के साथ रवि योग व अमृत सिद्धि योग का संगम
- मेष, वृषभ, कर्क, सिंह, तुला और धनु राशि वालों को मिलेगा विशेष लाभ, शुभ मुहूर्त भी घोषित
Akshaya Tritiya auspicious timing: अक्षय तृतीया 2025 का पर्व इस बार विशेष खगोलीय संयोगों के कारण अत्यंत फलदायी माना जा रहा है। 30 अप्रैल बुधवार को मनाई जा रही यह तिथि न केवल पौराणिक रूप से पुण्यदायी है बल्कि इस बार यह दिन 40 वर्षों के बाद एक दुर्लभ ग्रह योग लेकर आ रहा है। काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, इस बार सूर्य मेष राशि, चंद्रमा वृषभ राशि, और शुक्र मीन राशि में उच्च के होकर विराजमान रहेंगे, जिससे एक अद्भुत स्वर्ण योग का निर्माण होगा। इस संयोग को और भी विशेष बनाता है रोहिणी नक्षत्र में तृतीया तिथि का होना, जिसे शास्त्रों में शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
इस दिन रवि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं, जिससे अक्षय तृतीया का पुण्यफल कई गुना बढ़ जाएगा। इस दिन अगर आप सोने की खरीदारी या अन्य शुभ कार्य जैसे भूमिपूजन, निवेश, नया व्यापार या गृह प्रवेश करते हैं, तो उसका फल स्थायी और समृद्धिकारक होगा।
शुभ मुहूर्त की बात करें तो 30 अप्रैल को चार प्रमुख लग्नों में कार्य करना विशेष फल देगा। सुबह 4:00 से 6:19 तक वृषभ लग्न, 10:51 से 1:05 तक सिंह लग्न, 5:34 से 7:51 तक वृश्चिक लग्न, और 11:44 से देर रात 1 बजे तक कुंभ लग्न विशेष शुभ हैं।
इस दिन 6 राशियों पर ग्रह योगों का विशेष असर पड़ेगा।
मेष राशि के लोगों को समाज में प्रतिष्ठा और सम्मान मिलेगा।
वृषभ और कर्क राशि वालों के अटके कार्य पूरे होंगे और शत्रुओं पर विजय मिलेगी।
सिंह राशि के जातकों को धन, अन्न और व्यापार में लाभ होगा।
तुला और धनु राशि वालों को सर्व सिद्धि योग का साथ मिलेगा, जिससे हर क्षेत्र में सफलता की संभावनाएं प्रबल हैं।