इस बार सावन के महीने दो होने के कारण विनायक चतुर्थी भी इस बार दो पड़ने वाला है। सावन मास की दूसरी विनायक चतुर्थी 20 अगस्त को पड़ने वाली है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास के महीने में विनायक चतुर्थी को शुभ माना जा रहा है। जो व्यक्ति भगवान गणेश की पूजा करेगा भगवान गणेश उस व्यक्ति के सभी दुख दूर कर देता है। आपको बता दे कि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं और कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।
विनायक चतुर्थी के 5 योग
इस दिन भगवान गणेश की शर्द्दा के साथ पूजा की जाती है।इस साल सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ योग बन रहे हैं। इस शुभ योग में गणेश जी की पूजा की जाएगी।यदि सावन की विनायक चतुर्थी के दिन व्यक्ति व्रत रखता है और गणेश जी की पूजा करेगा तो उस व्यक्ति की सभी इच्छाएँ पूरी होती है। इस दिन हर कार्य को करने से सफलता प्राप्त होगी।विनायक चतुर्थी के ये पाँच योग है, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, रवि योग, शुभ योग और साध्य योग बन रहे है।
व्रत का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 19 अगस्त 2023 की रात 10 बजकर19 मिनट पर शुरू होकर 21 अगस्त 2023 की आदि रात 12 बजकर21 मिनट पर समाप्त होगी। विनायक चतुर्थी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त 20 अगस्त की सुबह 11बजकर26 मिनट से दोपहर 01बजकर 58 मिनट तक रहने वाला है।
जानिए, गणेश भगवान की पौराणिक कथा
एक बार भगवान गणेश अपनी तपस्या मे मग्न होकर बैठे थे। पूरे ध्यान के साथ तप्सया मे लीन थे, तभी वहा तुलसी माता भगवान गणेश की पूजा भंग करने के लिए उनके सामने शादी का प्रस्ताव रखकर तपस्या को भंग कर दिया था। उसके बाद भगवान गणेश को क्रोध आ जाता है, तो वह माता तुलसी का शादी प्रस्ताव ठुकरा देता है और अपने आप को भ्रमचारी बताते है। उसके बाद तुलसी माता क्रोध मे आकर भगवान को दो शादियो का श्राप देती है। इसी कारण से भगवान की दो शादिया होती है।