छठ महापर्व

Chhath Puja 2024- घाटों पर बिखरी छठ की छटा, नहाय-खाय की परंपरा के साथ हुई छठ महापर्व की शुरुआत

धर्म हरियाणा

Chhath Puja आस्था का महापर्व आज से शुरू हो गया है। शहरभर में बडी जोरशोर के साथ यह मनाया जाता है। सेक्टरों और सोसायटियों समेत यमुना घाट पर अलग-अलग समितियां विशेष आयोजन कर रही हैं। चार दिवसीय पर्व में पहले दिन मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरुआत हुई है।

नहाय-खाय के दिन लौकी तथा दाल पकाई जाती। सोमवार को छठ की तैयारी के लिए छठ पूजा स्थलों का सफाई की गई है। छठ पूजा सामग्री से बाजार सज गए हैं और श्रद्धालुओं ने खरीदारी भी शुरू कर दी है। छठ घाटों पर मंगलवार और बुधवार को पानी भरने का सिलसिला जारी हो गया है।

छठ सूर्य देव की आराधना का भी पर्व है। इससे हम आपस में एक-दूसरे जुड़ते हैं। इस छठ घाट पर मुख्य अतिथि कैबिनेट विपुल गोयल व पार्षद बिनोद भाटी,पंकज सिंगला जिला उपाध्यक्ष रहेंगे। तों वहीं इस मौके पर अर्जुन कुमार भारती,रंजीत भारती,रघुनाथ भारती। और वहीं श्री पूर्वांचल छठ पूजा समिति अध्यक्ष राम अयोध्या ने कहा कि हमने छठ पूजा के आयोजन की तैयारी पूरी कर ली है।

छठ पर्व में मंगलवार को व्रतियों ने नहाकर महाप्रसाद के रूप में चावल, अरहर की दाल और लौकी की सब्जी ग्रहण की। यह पूजा परिवार की महिलाएं अपने ही घर पर करतीं हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे छठी मइया का कृपा उनके परिवार पर बनी रहेगी।

चार दिवसीय पर्व में महिलाएं 36 घंटे का निर्जला व्रत भी रखतीं हैं। छठ पूजा के तीसरे दिन शाम के समय नदी या तालाब में खड़े होकर अस्त होते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा। चौथे और आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर निर्जला व्रत की खत्म होगा। सूर्यदेव के प्रति गहरी आस्था है। छठ पर्व भी सूर्य उपासना का ही पर्व है। अब यह पर्व सामूहिक रूप से मानते हैं।

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