ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में नौ ग्रह होते हैं, जिनका प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ता है। इनमें से राहु, केतु और शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है। इन ग्रहों की महादशा के दौरान जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं, जैसे धन की कमी, शारीरिक समस्याएं और आर्थिक तंगी। विशेष रूप से शनि ग्रह की साढ़ेसाती, ढैया और महादशा के समय ये प्रभाव अधिक होते हैं।
शनि ग्रह के प्रभाव से जीवन में धन की कमी हो सकती है, लेकिन शनि को प्रसन्न करने के लिए कुछ आसान उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे जीवन में धन की कोई कमी नहीं रहती। इन उपायों से शनि ग्रह के सकारात्मक प्रभाव को आकर्षित किया जा सकता है, जिससे आकस्मिक धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
शनि को प्रसन्न करने के उपाय:
- शनिवार को मंत्र जाप – शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को शनि के मंत्रों का जाप किया जाना चाहिए। यह मंत्र घर के देवालय में जाप करें:
- शनि ग्रह बीज मंत्र: “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
- वैदिक मंत्र: “ऊँ शन्नोदेवीर भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः”
- शनि एकाक्षरी मंत्र: “ऊँ शं शनैश्चाराय नमः”
- शनि गायत्री मंत्र: “ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे, मृत्युरूपाय धीमहि तन्नः सौरिः प्रचोदयात्”
- शनि स्तोत्र: “ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम”
- शनि चालीसा और यंत्र की पूजा – शनि चालीसा का पाठ करें और शनि यंत्र की पूजा करें। यह शनि देव के आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका है।
- कुत्ते को भोजन देना – शनिवार के दिन कुत्ते को भरपेट भोजन देना शनि देव को प्रसन्न करता है और जीवन में धन की कमी नहीं होती।
- पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना – शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना शनि ग्रह के प्रभाव को कम करता है।
- भगवान शिव के स्तोत्र का पाठ – भगवान शिव के शिव तांडव, रुद्राष्टक, शिव पंचाक्षर, और शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं।
इन उपायों को विधि अनुसार करने से शनिदेव के आशीर्वाद से जीवन में समृद्धि आएगी और धन की कभी कमी नहीं होगी।