Meerut दिल्ली के और करीब पहुंच गया है। एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) ने मेरठ साउथ से शताब्दी नगर तक 6 किलोमीटर लंबे नए सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू कर दिया है। इस ट्रायल के जरिए सिविल संरचना, सिग्नलिंग, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) और ओवरहेड सप्लाई सिस्टम जैसी अहम प्रणालियों की जांच की जाएगी।

शहर के प्रमुख इलाकों तक कनेक्टिविटी
इस नए विस्तार में परतापुर और रिठानी नाम के दो नए स्टेशन शामिल होंगे, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और यात्रा के नए विकल्प मिलेंगे। वर्तमान में नमो भारत ट्रेनें न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक संचालित हो रही हैं, और इस नए खंड के शुरू होने के साथ कॉरिडोर की लंबाई बढ़कर 61 किलोमीटर हो जाएगी। इससे नई दिल्ली से मेरठ के बीच की यात्रा 45 मिनट से भी कम समय में पूरी हो सकेगी।

शताब्दी नगर बनेगा प्रमुख ट्रांजिट हब
मेरठ में शताब्दी नगर स्टेशन एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है, जहां से न केवल नमो भारत ट्रेनें बल्कि मेरठ मेट्रो भी चलेगी। इससे दिल्ली और मोदीपुरम के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी मिलेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर सड़क के दोनों ओर दो प्रवेश और निकास द्वार बनाए गए हैं।

पहली बार हाई-स्पीड ट्रैक पर मेट्रो संचालन
दिलचस्प बात यह है कि भारत में पहली बार किसी हाई-स्पीड ट्रेन के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर लोकल मेट्रो भी चलाई जा रही है। मेरठ मेट्रो 23 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें 18 किमी एलिवेटेड और 5 किमी भूमिगत सेक्शन शामिल होगा। कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनमें से मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम पर नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो दोनों की सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
नए स्टेशनों पर तेज़ी से काम जारी
मेरठ मेट्रो और नमो भारत ट्रेन के विस्तार के साथ, विभिन्न स्टेशनों पर निर्माण कार्य तेज़ी से प्रगति कर रहा है:
- परतापुर और रिठानी स्टेशनों पर प्रवेश-निकास द्वार तैयार होने की अंतिम चरण में हैं।
- शताब्दी नगर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSD) लगाए जा चुके हैं।
- मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल जैसे भूमिगत स्टेशनों पर फिनिशिंग का काम जारी है।

यात्रियों के लिए और अधिक सुविधा
इस विस्तार के साथ, मेरठ में यातायात का अनुभव पूरी तरह बदलने वाला है। नए सेक्शन के खुलने से यात्रियों को दिल्ली और मेरठ के बीच अधिक तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा। इसके अलावा, शहर में पहली बार हाई-स्पीड ट्रेन और लोकल मेट्रो का संयोजन देखने को मिलेगा, जिससे मेरठ को स्मार्ट सिटी ट्रांसपोर्ट का नया मॉडल कहा जा सकता है।
जल्द ही, मेरठ में और भी नए सेक्शन शुरू होंगे, जिससे दिल्ली से मेरठ की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुगम और प्रभावी होगी।