Haryana में विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है, और इसे देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। कांग्रेस ने राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए आवेदन मंगवाए थे, जिन पर 10 अगस्त तक कुल 2556 आवेदन प्राप्त हुए। अब कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन के लिए दूसरा सर्वे शुरू कर दिया है।
नीलोखेड़ी विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 88 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इसके बाद जुलाना से 86, बवानीखेड़ा से 78, बाढ़ड़ा से 60 और उकलाना से 57 लोगों ने दावेदारी जताई है। दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई सीट पर केवल 1 आवेदन आया है, जो खुद हुड्डा का है।
सुरजेवाला परिवार ने नहीं किया आवेदन
कैथल विधानसभा सीट से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने किसी समर्थक से आवेदन नहीं करवाया है, जिससे चर्चाएं हैं कि सुरजेवाला खुद या उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, अब तक सुरजेवाला परिवार ने कोई आवेदन नहीं किया है।
तोशाम सीट पर अनिरुद्ध चौधरी की दावेदारी
किरण चौधरी के भाजपा में जाने के बाद, उनके परिवार से तोशाम सीट पर अनिरुद्ध चौधरी ने कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किया है। यह सीट चौधरी बंसीलाल के परिवार की पारंपरिक सीट मानी जाती है। पिछली बार अनिरुद्ध चौधरी के पिता रणबीर महेंद्र ने बाढ़ड़ा से चुनाव लड़ा था, लेकिन नैना चौटाला से हार गए थे।
रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार
हरियाणा की 14 रिजर्व सीटों पर सबसे अधिक आवेदन आए हैं। मुलाना, शाहबाद, गुहला, नीलोखेड़ी, इसराना, खरखौदा, नरवाना, रतिया, कालांवाली, बवानीखेड़ा, कलानौर, झज्जर, बावल, और पटौदी जैसी सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार बनने के लिए काफी प्रतिस्पर्धा है।
पिता-पुत्र और पति-पत्नी की दावेदारी
कुछ सीटों पर पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने एक ही सीट से दावेदारी जताई है। सिरसा में राजकुमार शर्मा और उनके बेटे मोहित शर्मा, वीरभान मेहता और उनके बेटे राजन मेहता, अमीरचंद चावला और उनके बेटे करण चावला ने आवेदन किया है। इसी तरह, नलवा सीट पर पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव सिंह, फतेहाबाद में प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा और उनके बेटे, हांसी में पूर्व मंत्री सुभाष गोयल और उनके बेटे सुशील गोयल ने दावेदारी पेश की है।
जजपा विधायकों की सीटों पर कांग्रेस की बढ़त
जिन सीटों पर जजपा के विधायक हैं, वहां कांग्रेस के अधिक आवेदन आए हैं। इसका कारण है कि जजपा के वोट बैंक में कांग्रेस सेंध लगा चुकी है। टोहाना, नारनौंद, उचाना, जुलाना, बाढ़ड़ा, उकलाना, नरवाना, शाहबाद, और गुहला जैसी सीटों पर कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में बढ़त मिली थी, और अब विधानसभा चुनाव में भी इन सीटों पर कांग्रेस से अधिक दावेदार सामने आए हैं।