Sirsa विधानसभा सीट पर देर शाम मतदान केंद्रों के बाहर जमकर हंगामा हुआ। सिरसा के गोशाला मोहल्ला और रानियां रोड स्थित बूथों पर कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने मतदान केंद्र का गेट 6 बजे के बाद भी खुला रखने और पैसा बांटने के गंभीर आरोप लगाए। वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और पोलिंग अफसरों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
गोकुल सेतिया और उनके समर्थकों ने इन स्पष्टीकरणों को नहीं माना और पोलिंग बूथ के गेट पर चढ़कर हंगामा किया। इस दौरान गोकुल सेतिया सार्वजनिक रूप से गाली-गलौज करते हुए नजर आए। पुलिस ने समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन स्थिति शांत नहीं हुई। इसके बाद कांडा समर्थक भी मौके पर पहुंच गए, और दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक और गालियों का आदान-प्रदान हुआ।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। सिरसा के एसपी विक्रांत भूषण भी मौके पर पहुंचे और माहौल को नियंत्रित किया। गोकुल सेतिया सड़क पर धरने पर बैठ गए और कांडा समर्थकों पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगाने लगे। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वह धरना समाप्त कर उठ गए। पोलिंग अधिकारियों ने बूथ कैप्चरिंग के सभी आरोपों को खारिज किया है, जबकि एसपी भूषण ने कहा कि शांति व्यवस्था बनी हुई है और झगड़े में शामिल व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। इस संबंध में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है।
गोकुल सेतिया के आरोप और घटनाक्रम
गोकुल सेतिया ने आरोप लगाया कि 6 बजे के बाद मतदान केंद्र का गेट खुला रखा गया और कांडा समर्थक बूथ के अंदर बैठकर वोट खरीदने का काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित है, और इसके बाद गेट खुला रखना नियमों का उल्लंघन है। सेतिया ने आरोप लगाया कि जिन लोगों को पहले से अंदर दाखिल करवा दिया गया था, उन्हें पैसे बांटे गए और वोट डलवाए गए। उन्होंने कहा कि इस धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, और यह सब 6:10 बजे के बाद हुआ जब पोलिंग बूथ पूरी तरह खाली था।
वोटिंग प्रतिशत में गिरावट
सिरसा विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई है। साल 2019 में जहां 69.5 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, वहीं इस बार यह घटकर 64 प्रतिशत रह गई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, सिरसा में कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा-इनेलो-बसपा समर्थित गोपाल कांडा और कांग्रेस के गोकुल सेतिया के बीच माना जा रहा है।
सेतिया ने मांगी माफी
हंगामे के बाद गोकुल सेतिया ने सिरसा की जनता से माफी मांगी और कहा कि जो कुछ हुआ, वह मजबूरी में किया गया। उन्होंने कांडा परिवार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है, तो सामने आकर मुकाबला करें।