हरियाणा के दिव्यांग तैराक राजवीर ने रामसेतु को 8.5 घंटे में पार कर रचा रिकॉर्ड
अटलांटिक महासागर की चुनौती के लिए जून में लंदन रवाना होना है लेकिन आर्थिक तंगी बनी दीवार
2008 में गांव के जोहड़ से शुरू की तैराकी, आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लहराने का सपना
Para Swimmer Rajveer Record: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव बाघोत के दिव्यांग तैराक राजवीर ने हिंद महासागर में स्थित ऐतिहासिक रामसेतु को महज साढ़े 8 घंटे में पार कर एक अनोखा कीर्तिमान रच दिया है। यह प्रतियोगिता भारतीय तैराकी फेडरेशन द्वारा 18 अप्रैल को कराई गई थी, जिसमें देशभर के राष्ट्रीय स्तर के तैराकों ने भाग लिया। 30 किलोमीटर लंबा यह मार्ग अब तक साढ़े 11 घंटे में पार किया गया था, लेकिन राजवीर ने इसे 3 घंटे पहले निपटा कर नया रिकॉर्ड बना डाला। 34 वर्षीय राजवीर बचपन से ही एक पैर से लगभग 70% दिव्यांग है, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी।
राजवीर ने तैराकी की शुरुआत अपने गांव के जोहड़ से की थी। बचपन में उसे कुश्ती का शौक था, लेकिन 2008 में एक मास्टर की सलाह पर उसने तैराकी को चुना। उसने भिवानी के पूल में नियमित अभ्यास किया, बच्चों को फ्री में तैराकी सिखाई, और राष्ट्रीय स्तर पर चौथा स्थान भी प्राप्त किया। वर्ष 2016 में उसके लिगामेंट में गम्भीर समस्या हो गई थी, डॉक्टरों ने ऑपरेशन या तैराकी छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन पैसे न होने से वह ऑपरेशन नहीं करवा सका और तीन साल खेल से दूर रहा। बाद में फिर से अभ्यास शुरू किया और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने निकला है।
अब राजवीर को इंग्लिश चैनल (अटलांटिक महासागर) में तैरने के लिए जून में लंदन जाना है, जहां तापमान 12 से 14 डिग्री के बीच रहेगा। यह चुनौती आसान नहीं होगी, लेकिन उससे बड़ी चुनौती वीजा, टिकट, रहन-सहन और अभ्यास के लिए जरूरी 5 से 10 लाख रुपये की व्यवस्था करना है। राजवीर ने सरकार और समाज से मदद की अपील की है ताकि वह देश के लिए अगला कीर्तिमान रच सके।