भारतीय वायुसेना 23-24 नवंबर को अपनी प्लेटिनम जयंती के उत्सव का आयोजन करने जा रही है। शो फाइव स्क्वाड्रन के 75 साल पूरे होने पर अंबाला कैंट के वायुसेना स्टेशन पर चौथा वायु शो का आयोजन किया जाएगा। यह विशेष है कि पहली बार अंबाला में राफेल समेत अन्य विमान अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। वायुसेना के जवान विमानों के माध्यम से आसमान में विभिन्न कलाएं प्रदर्शित करेंगे। वायुसेना के जवानों ने पहले ही रिहर्सल शुरू कर दी है। सूर्य किरण और आकाशगंगा टीम अपनी कलाएं प्रदर्शित करेंगी। अंबाला वासियों को वायु शो का आनंद लेने का मौका मिलेगा।
वायु शो देखने के लिए वायुसेना ने आमजन के लिए डोमेस्टिक हवाईअड्डे के पास एक खाली मैदान में की गई है। यहां, लोग वायु शो का आनंद कर सकते हैं। यह दो-दिन का वायु शो सुबह से 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक चलेगा। वायुसेना ने इस दो-दिन के वायु शो के दौरान सुरक्षा को प्रमुखता दी है। इसके लिए, वायुसेना ने दो-दिन के दौरान किसी भी समय कोई चूक नहीं होने देने का निर्णय लिया है। शो के दौरान किसी भी व्यक्ति को अपने साथ खाने-पीने का सामान लाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, जिला प्रशासन ने दो-दिन के लिए धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया है।
यूट्यूब पर किया जाएगा लाइव प्रसारण
इसके साथ ही, सुरक्षा की दृष्टि से वायुसेना स्टेशन के आसपास ड्रोन का उपयोग नहीं होने दिया जाएगा। दोनों दिन तक, वायुसेना स्टेशन के पास जाने वाले रास्ते को 2 बजे तक बंद कर दिया जाएगा। वायु शो को यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा, ताकि कोई भी व्यक्ति कहीं भी बैठकर इसे देख सके। अगर कोई व्यक्ति मैदान तक नहीं पहुंच सकता, तो वह अपने घर से भी इसका आनंद उठा सकता है। प्रशासन ने पार्किंग के लिए वायुसेना स्टेशन स्कूल के परिसर और डोमेस्टिक हवाईअड्डे के पास वाहनों के लिए पार्किंग का इंतजाम किया है।
तीन साल पहले खरीदी थी पांच राफेल
तीन साल पहले, भारत ने फ्रांस से 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके पहले पांच राफेल विमानें खरीदी थीं और उन्हें अंबाला वायुसेना बेस पर स्थापित किया गया था। राफेल ने अपने पहले दिन गर्जते हुए अंबाला के आसमान में उड़ान भरी और फिर वायुसेना बेस पर लैंडिंग की थी। यह एक महत्वपूर्ण क्षण था जब भारत ने राफेल को अपनी वायुसेना में शामिल किया।
पांच राफेल विमानें एक ही एयरस्ट्रिप पर एक के बाद एक उतरीं और इसके बाद उन्हें वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर एक संस्कृत श्लोक के साथ एक ट्वीट किया है, “राष्ट्ररक्षा के समान पुण्य नहीं, राष्ट्ररक्षा के समान व्रत नहीं और राष्ट्ररक्षा के समान यज्ञ नहीं। राफेल का स्वागत था।”