Haryana के पूर्व मंत्री जसवंत सिंह(Ex-minister Jaswant) ने रेवाड़ी जिले की बावल विधानसभा सीट(Bawal assembly seat) पर कांग्रेस की टिकट पाने के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है। उनका कहना है कि पार्टी तीन स्तर पर सर्वे कर रही है और उम्मीद है कि टिकट उन्हें ही मिलेगा। जसवंत सिंह का दावा है कि अगर उन्हें टिकट मिलता है, तो कांग्रेस यह सीट जरूर जीतेगी।
जसवंत सिंह ने सोमवार को अपने निवास स्थान पर प्रेस कॉन्फ्रेंस(Press Confrence) की। इस दौरान उन्होंने हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री और बावल के विधायक डॉ. बनवारी लाल(Dr. Banwari’s ministry) पर भी गंभीर आरोप लगाए। जसवंत सिंह का कहना है कि डॉ. बनवारी लाल के मंत्रालय में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला हुआ है और इसकी जांच जारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. बनवारी लाल विकास कार्यों की बजाए भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए हैं।
जसवंत सिंह ने कहा कि कांग्रेस में चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की संख्या का बढ़ना शुभ संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 5 सीटें जीती हैं, जिससे साफ है कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने की पूरी संभावना है। उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी संविधान को खत्म करना चाहती थी, इसलिए जनता ने उन्हें सबक सिखाने के लिए कांग्रेस का समर्थन किया।
जसवंत सिंह ने कहा कि 2019 के चुनाव में उन्होंने डॉ. बनवारी लाल की मदद की थी, जब वह बीजेपी में थे। हालांकि, उन्होंने डॉ. बनवारी की पहले भी तारीफ नहीं की थी और आज भी नहीं करेंगे। राव इंद्रजीत सिंह इलाके के बड़े नेता हैं और उनका सभी सम्मान करते हैं। बावल विधानसभा सीट पर कांग्रेस पिछले 30 साल से हार रही है, लेकिन जसवंत सिंह को उम्मीद है कि इस बार माहौल अलग है और अगर पार्टी टिकट देती है, तो वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। अगर टिकट नहीं मिला, तो जिसको टिकट मिलेगा, उसकी मदद करेंगे।
गौरतलब है कि जसवंत सिंह 1996 में बंसीलाल सरकार में कुछ समय के लिए मंत्री रहे थे। उन पर कई बार दल बदलने का आरोप भी लग चुका है। वह पहले कांग्रेस में थे, फिर बीजेपी में गए और अब फिर से कांग्रेस में वापस आए हैं। जसवंत सिंह का मानना है कि इस बार कांग्रेस के लिए हालात अनुकूल हैं और अगर उन्हें टिकट मिलता है, तो वह इस सीट को जीतने में कामयाब होंगे। उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा जताई और कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस को जिताना है।